आपने अपने आसपास कई ऐसे बच्चों को देखा होगा जो स्कूल जाते समय माता-पिता को कसकर पकड़कर तेज़-तेज़ रोने लगते हैं। ये बच्चे अक्सर सेपरेशन एंग्जाइटी का शिकार होते हैं, जो एक मानसिक स्थिति है। इससे पीड़ित बच्चे स्कूल जाने से पहले डर, अकेलापन या बदलाव के कारण मानसिक तनाव का अनुभव कर सकते हैं। यह समस्या सिर्फ बच्चों को ही नहीं, बल्कि बड़ों को भी प्रभावित कर सकती है। आइए जानते हैं सेपरेशन एंग्जाइटी क्या होती है और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
सेपरेशन एंग्जाइटी डिसऑर्डर क्या है?
सेपरेशन एंग्जाइटी डिसऑर्डर एक मनोवैज्ञानिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को अपने प्रियजनों को खोने का अत्यधिक डर होता है। यह चिंता कई बार एंग्जाइटी में बदल जाती है और व्यक्ति की निजी जीवन को प्रभावित कर सकती है।
बच्चों में सेपरेशन एंग्जाइटी को कम करने के उपाय
1. बच्चे के डर को समझें
बच्चे के डर को नजरअंदाज करने या डांटने के बजाय, उसे प्यार से समझाएं। उससे सकारात्मक तरीके से बात करें और उसकी परेशानियों को समझने की कोशिश करें। बताएं कि हर बच्चे को किसी न किसी चीज़ से डर लगता है, लेकिन डर को दूर करने के तरीके भी होते हैं।
2. नियमित दिनचर्या बनाएं
बच्चे के डर को कम करने के लिए एक निर्धारित दिनचर्या बनाएं। उसे रोज़ स्कूल भेजें, ताकि उसे इससे आदत हो जाए और वह अपने आसपास की चीजों और लोगों के साथ घुलने-मिलने लगे।
3. धैर्य से काम लें
बच्चे को स्कूल के माहौल में एडजस्ट होने के लिए थोड़ा समय दें। उसे दबाव में डालने से बचें। उसके साथ प्यार से बात करें और समझाएं कि स्कूल खत्म होते ही आप उसे लेने आ जाएंगे।
इन उपायों को अपनाकर आप अपने बच्चे की सेपरेशन एंग्जाइटी को कम कर सकते हैं और उसकी मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।