स्थानीय शेयर बाज़ारों में गिरावट का रुख़ रुकने का कोई संकेत नहीं है। वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बीच सोमवार को भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर लाल निशान में बंद हुआ। यह लगातार पांचवां कारोबारी सत्र है जब बाजार लाल निशान पर बंद हुआ है।
शेयर बाजार में गिरावट
शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। दोपहर 3.30 बजे भी शेयर बाजार लाल निशान में रहा। सेंसेक्स 856 अंक गिरकर 74,456 अंक पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 243 अंक गिरकर 22,548 अंक पर बंद हुआ। डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ लगाने की धमकी के प्रभाव से आज शेयर बाजार में भारी गिरावट आई।
निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
सोमवार को शेयर बाजार में आई बड़ी गिरावट से निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध कुल कंपनियों का बाजार पूंजीकरण घटकर 1,200 करोड़ रुपये रह गया। 397,81,410 करोड़ रु. जबकि शुक्रवार को यह 402,95,043 करोड़ रुपये था। इस तरह लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में 5,13,633 करोड़ रुपए की कमी आई है।
सोमवार को शेयर बाजार में गिरावट का कारण?
1. निवेशक आज सबसे अधिक चिंतित अमेरिकी अर्थव्यवस्था में धीमी विकास दर की आशंका और विदेशी निवेशकों द्वारा जारी बिकवाली से थे।
2. इंडेक्स में भारी वजन रखने वाले एचसीएल टेक, टीसीएस, इंफोसिस जैसे शेयरों में गिरावट के कारण बाजार पर दबाव बढ़ा और दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट रही।
3. सोमवार को बाजार में गिरावट का एक अन्य कारण रूस-यूक्रेन युद्ध के समाधान को लेकर चिंता थी। रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण शुरू होने के बाद रविवार को अपना सबसे बड़ा एकल ड्रोन हमला किया। दोनों देशों के बीच युद्ध 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ।