सोलन, 16 नवंबर (हि.स.)। समाज का मार्गदर्शन करने वाले मीडिया के लिए स्व-नियमन आवश्यक है। मीडिया लोकतंत्र का आधार है और स्वतंत्रता पूर्व के समय से लेकर आज तक मीडिया, समाज, सरकार एवं संस्थाओं को फीडबैक के माध्यम से सही राह दिखाने का कार्य कर रहा है।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर शनिवार को ज़िला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय प्रेस परिषद द्वारा सुझाए गए विषय ‘प्रेस का बदलता स्वरूप’ है ।
उन्होंने कहा कि मीडिया के लिए संविधान प्रदत्त नियमावली के साथ-साथ स्वयं के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सूचना के अति प्रवाह के वर्तमान समय में यह ज़रूरी है कि मीडिया ऐसे नियमों का पालन अवश्य करे जो देश, प्रदेश व समाज के हित में हों। उपायुक्त ने कहा कि समाचार संप्रेषण के कार्य में विश्वास का होना आवश्यक है और उत्तरदायित्व की भावना के साथ की गई रिपोर्टिंग आमजन में विश्वास का संचार करती है। उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता का कार्य प्रकाशन से कहीं आगे बढ़कर डिजिटल हो गया है। आज लोगों को अपने मोबाइल पर सभी समाचार पलक झपकते ही प्राप्त हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर रिपोर्टिंग ने मीडिया के आयाम बदल दिए हैं। मनमोहन शर्मा ने कहा कि कृत्रिम मेधा के आविर्भाव ने पत्रकारिता के समक्ष असीम सम्भावनाओं और चुनौतियों के द्वार खोल दिए हैं।