सीहोरः हवन पूजन के साथ मनाया गया भगवान परशुराम का जन्मोत्सव

सीहोर, 10 मई (हि.स.)। हर साल की तरह इस साल भी शहर के खजांची लाइन स्थित ब्राह्मण धर्मशाला में शुक्रवार को विप्र समाज के आराध्य भगवान परशुराम का जन्मोत्सव आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया। सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष दीपक शर्मा, चल समारोह अध्यक्ष आशुतोष शर्मा, महिला मंडल की अध्यक्ष नीलम शर्मा, युवा समाज के अध्यक्ष नयन जोशी आदि ने शुभ अवसर पर भगवान परशुराम की पूजा अर्चना की। मान्यता है कि प्रभु की आराधना करने से जातक को जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है।

समाज के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि शुक्रवार की सुबह भगवान परशुराम जयंती हवन पूजन कर मनाई गई। सुबह आधा दर्जन से अधिक पंडितों और संतों की मौजूदगी में भगवान परशुराम का विशेष पूजन और हवन किया। पंडितों ने वैदिक मंत्रोंचार के बीच हवन संपन्न कराया। इसके पश्चात समाजजनों के द्वारा पूजन और आरती की गई। इससे पहले विप्रजनों की उपस्थिति में सुबह भगवान का पंचामृत से विशेष अभिषेक किया गया था।

इस दौरान समाज के लोगों ने समाज व संगठन को मजबूत करने का संकल्प भी लिया। हवन पूजन में समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अराध्य भगवान परशुराम जी का संपूर्ण जीवन नित नई परीक्षा और चुनौतियों से परिपूर्ण रहा था। इसके बावजूद उन्होंने कभी भी सत्य और धर्म का मार्ग नहीं छोड़ा। महा पराक्रमी भगवान परशुराम ने सदैव अपने शस्त्र निर्बलों की रक्षा और अधर्मी वह पापियों के संहार के लिए उठाए थे।

अब 12 मई को निकाला जाएगा ऐतिहासिक चल समारोह

उन्होंने बताया कि अब 12 मई को भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें जयपुर राजस्थान के प्रसिद्ध आकाश के बैंड-बाजे, नागपुर के ढोल-नगाड़े, आर्केष्ट्रा के अलावा हनुमान जी और भगवान परशुराम की झांकी निकाली जाएगी। इस साल चल समारोह के अध्यक्ष का दायित्व पंडित आशुतोष शर्मा मौनी को सौंपा गया है। विगत वर्ष प्रवीण तिवारी ने चल समारोह भव्य रूप से निकाला है, उनके अनुभव का लाभ लेते हुए इस साल ऐतिहासिक चल समारोह निकाले जाने की तैयारियां की गई है। इस वर्ष समाजजनों ने घर-घर पहुंचकर आमंत्रण पत्र वितरण किए हैं, लेकिन किसी कारणवश जिनको नहीं मिला है, वह भी चल समारोह में शामिल हो सकता है।

इस संबंध में यह भी बताया गया कि चल समारोह रविवार की शाम को पांच बजे शहर के खजांची लाइन स्थित सर्व ब्राह्मण समाज की धर्मशाला से निकाला जाएगा जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए बाल विहार मैदान पर पहुंचेगा और उसके पश्चात यहां पर करीब आठ हजार से अधिक विप्रजनों के लिए भोजन प्रसादी का इंतजाम किया गया है।