धर्मशाला, 07 जुलाई (हि.स.)। देहरा उपचुनाव में भाजपा के प्रभारी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा है कि देहरा में मुख्यमंत्री को चुनाव से पहले ही हार का आभास हो चुका है और अपनी हार सामने देखकर मुख्यमंत्री सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं।
विपिन परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पत्नी के चुनाव के लिए पूरी सरकार को देहरा में बैठा दिया है और हिमाचल प्रदेश का सचिवालय कई दिनों से सूना पड़ा है। उन्होंने कहा कि सचिवालय में आने वाले फरियादी वहां से निराश होकर लौट रहे हैं। रविवार को देहरा में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विपिन परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने देहरा को पुलिस छाबनी में तब्दील कर दिया है इससे यह साबित होता है कि जनता ने कांग्रेस को सबक सिखाने का मूड बना लिया है।
विपिन परमार ने कहा कि हिमाचल को 95 हजार करोड़ रुपए के कर्ज में डुबोने बाली कांग्रेस सरकार 10 हजार करोड़ का और कर्ज लेने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि उपचुनावों में कांग्रेस डरा धमका कर वोट लेने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस सरकार तानाशाह रवैया अपनाते हुए हिटलर की चाल चल रही है और कर्मचारियों को ट्रांसफर का डर, व्यापारियों को चालान का डर देकर तंग कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कांग्रेस भाजपा का झंडा लगाने वाले छोटे व्यापारियों के बिना वजह से उपचुनावों के दौरान एक हजार से ज्यादा चालान कटवा चुकी है। विपिन परमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार में बुरी तरह से स्लिंप्त और प्रदेश में कानून व्यवस्था का जनाजा उठ चुका है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस खरीद फरोख्त की राजनीति कर रही है लेकिन कांग्रेस यह भूल रही है कि वह प्रदेश की स्वाभिमानी जनता के ईमान को नहीं खरीद सकती। विपिन ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने 18 माह में काम किया होता तो आज वोट के लिए गली गली न घूमना पड़ता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 18 माह में कुछ नहीं किया और आगे भी कुछ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश को दिया तो कुछ नहीं बल्कि भाजपा सरकार का दिया सब बंद कर दिया।