Share Market: भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने फिनफ्लूएंसर को बड़ा झटका दिया है। सेबी ने लाइव ट्रेडिंग सेशन के जरिए शेयर बाजार में पैसा बनाने की टिप्स देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। सेबी ने इस संबंध में एक परिपत्र भी जारी किया है। आपको बता दें कि कोरोना के बाद रिटेल निवेशकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इसमें भी सोशल मीडिया पर दी गई सलाह से प्रभावित निवेशकों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। सेबी इस विशेष पैटर्न को लेकर चिंतित है। इसे ध्यान में रखते हुए सेबी वित्त-प्रभावित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
बुधवार, 29 जनवरी को सेबी ने एक नया परिपत्र जारी कर स्पष्ट किया कि अपंजीकृत निवेश सलाहकार के रूप में काम करने वाले फाइनेंसर अब शेयर बाजार शिक्षा की आड़ में लाइव स्टॉक कीमतें दिखाकर टिप्स नहीं दे सकेंगे। इस फैसले से उन प्रभावशाली लोगों के लिए समस्या खड़ी हो गई है जो शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश के नाम पर सोशल मीडिया पर लोगों को अनधिकृत सलाह दे रहे थे।
अब नहीं मिलेगा लाइव मार्केट डेटा
सेबी ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि अगर कोई व्यक्ति सिर्फ शैक्षणिक उद्देश्य से शेयर बाजार की जानकारी देता है तो उसे कम से कम तीन महीने पुराने स्टॉक डेटा के साथ जानकारी देनी होगी। इसका मतलब यह है कि अब लोगों को लाइव शेयर कीमतें या स्टॉक की वास्तविक समय स्थिति दिखाकर ट्रेडिंग टिप्स देना संभव नहीं होगा।
फाइनेंसरों के लिए बड़ा झटका
सेबी का यह फैसला कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के लिए झटका साबित हो सकता है, क्योंकि अब उनके लिए लाइव मार्केट डेटा दिखाए बिना निवेशकों को आकर्षित करना मुश्किल हो जाएगा। इससे उनके फॉलोअर्स और ऑनलाइन सब्सक्राइबर्स की संख्या पर भी असर पड़ सकता है।
सेबी की कड़ी चेतावनी
सेबी ने यह भी स्पष्ट किया कि पंजीकृत बाजार मध्यस्थों को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि वे ऐसे प्रभावशाली लोगों के साथ किसी भी प्रकार के वित्तीय या गैर-वित्तीय सहयोग में शामिल न हों।
हालांकि, सेबी ने यह भी स्पष्ट किया है कि निवेश शिक्षा पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन यह जरूरी है कि कोई भी व्यक्ति बिना पंजीकरण के, यानी सेबी की अनुमति के बिना निवेश सलाह न दे।