सडक़ों पर चैक नहीं होंगी स्कूल बसें, शर्तें पूरी करने के लिए स्कूल संचालकों को 10 दिन का समय

फतेहाबाद, 16 अप्रैल (हि.स.)। महेंद्रगढ़ में स्कूल बस दुर्घटना के बाद प्रशासन द्वारा बरती जा रही सख्ती से घबराए फतेहाबाद के स्कूल संचालक मंगलवार को डीसी से मिलने पहुंचे। यहां डीसी राहुल नरवाल ने सभी स्कूल संचालकों के साथ मीटिंग कर उनकी मांगें सुनीं। इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा उन्हें 10 दिन का समय दिया गया है। स्कूल संचालक 10 दिन तक स्कूल बसों के संबंध में तय सारे मानक पूरे करेंगे। तय हुआ कि तब तक सडक़ों पर स्कूल बसों को नहीं रोका जाएगा। किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाएगी। 10 दिन बाद प्रशासन फिर अभियान चलाएगा। यदि फिर भी कोई बस बिना परमिट या फिटनेस के मिली तो उन पर शिकंजा कसा जाएगा।

उपायुक्त राहुल नरवाल ने सभी प्राइवेट और सभी शिक्षण संस्थानों के संचालकों को निर्देश दिए हैं कि वे स्कूली वाहनों में सडक़ सुरक्षा एवं सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की पालना करें, आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। किसी भी स्कूल संचालक को नियमों की अवहेलना करने की छूट नहीं है। उपायुक्त ने कहा कि स्कूल संचालक 17, 20, 21, 27 व 28 अप्रैल को आरटीए कार्यालय जाकर स्कूल बसों से संबंधित सभी दस्तावेज व अन्य कार्यों को पूर्ण करवाना सुनिश्चित करें। बसों को सडक़ पर चेक नहीं किया जाएगा। इस बारे प्रशासन द्वारा शैड्यूल भी तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में बस चालकों व सहायक की काउंसलिंग करवाई जाएगी, इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। इस कमेटी के नगराधीश नोडल अधिकारी होंगे। कमेटी में प्रशासन के अधिकारियों व प्राइवेट स्कूल के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा। इसके अलावा जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा स्कूल बस चालकों की हर 15 दिन के बाद काउंसलिंग करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूल संचालक अपने स्तर पर भी चालकों की काउंसलिंग करना सुनिश्चित करें। अगर कोई बस चालक शराब का सेवन किए हुए हो तो उस की सूचना तुरंत प्रशासन को उपलब्ध करवाए। उपायुक्त ने कहा कि आगामी समय में जिला में संचालित प्ले स्कूलों व एकेडमी संचालकों की भी प्रशासन के साथ बैठक आयोजित की जाएगी और बच्चों की सुरक्षा के संबंध में उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे।