SBI Alerts on Fake Investment Schemes: जानें डीपफेक वीडियो से कैसे बचें और सुरक्षित रहें

Sbi Alerts Fake Investment Schemes

डिजिटल युग में तकनीकी प्रगति ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है। ऑनलाइन बैंकिंग, डिजिटल भुगतान, और घर बैठे निवेश करना अब संभव हो गया है। लेकिन इस तकनीकी प्रगति के साथ ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। खासकर डीपफेक वीडियो जैसी तकनीकों के कारण बैंक ग्राहकों को ठगने के नए तरीके सामने आ रहे हैं। इसी चिंता को ध्यान में रखते हुए, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने हाल ही में फर्जी निवेश योजनाओं और डीपफेक वीडियो के खिलाफ चेतावनी जारी की है।

SBI की चेतावनी: डीपफेक वीडियो से सावधान रहें

भारतीय स्टेट बैंक ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक सार्वजनिक सूचना जारी की है। बैंक ने ग्राहकों को आगाह किया है कि कुछ डीपफेक वीडियो के माध्यम से फर्जी निवेश योजनाओं का प्रचार किया जा रहा है।

SBI का स्पष्ट बयान:

  • फर्जी निवेश योजनाएं: बैंक ने कहा है कि वह हाई रिटर्न देने वाली कोई भी निवेश योजना पेश नहीं कर रहा है।
  • डीपफेक वीडियो: इस तरह के वीडियो में बैंक के टॉप मैनेजमेंट के फर्जी बयान दिखाए जा रहे हैं, जो पूरी तरह से झूठे हैं।
  • सावधानी बरतें: ग्राहकों को ऐसी किसी भी योजना पर विश्वास नहीं करना चाहिए जो अत्यधिक लाभ देने का दावा करती हो।

डीपफेक वीडियो क्या होते हैं?

डीपफेक वीडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके बनाए जाते हैं। इन वीडियो में किसी व्यक्ति के चेहरे और आवाज को इतनी सटीकता से बदल दिया जाता है कि वे वास्तविक लगते हैं।

डीपफेक वीडियो की पहचान कैसे करें?

  1. चेहरे के हावभाव:
    • वीडियो में अगर चेहरे के हावभाव थोड़े असामान्य लगें या भाव बदलने में देरी हो, तो वह डीपफेक हो सकता है।
  2. आवाज में असमानता:
    • आवाज में बदलाव या असंगति हो तो सतर्क हो जाएं।
  3. लिप सिंक:
    • व्यक्ति के होंठों की हरकत और आवाज में तालमेल न हो तो यह डीपफेक वीडियो हो सकता है।
  4. अनुचित प्रकाश और छाया:
    • चेहरे पर प्रकाश या छाया का पैटर्न असामान्य हो तो वीडियो में गड़बड़ी हो सकती है।
  5. वीडियो की गुणवत्ता:
    • डीपफेक वीडियो की गुणवत्ता कभी-कभी कम होती है, जिसमें पिक्सल फटना या धुंधलापन नजर आता है।

फर्जी निवेश योजनाओं से बचने के टिप्स

  1. बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
    • किसी भी निवेश योजना की जानकारी के लिए सीधे बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या कस्टमर केयर पर संपर्क करें।
  2. अत्यधिक लाभ के दावों से सतर्क रहें:
    • अगर कोई निवेश योजना बहुत ज्यादा मुनाफे का दावा कर रही है, तो उसकी जांच जरूर करें।
  3. सोशल मीडिया की सत्यता जांचें:
    • सोशल मीडिया पर शेयर की गई किसी भी जानकारी की सत्यता की पुष्टि करें।
  4. फिशिंग लिंक से बचें:
    • अनजान या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
  5. रिपोर्ट करें:
    • किसी भी फर्जी या संदिग्ध गतिविधि को तुरंत बैंक या साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करें।