शनि वक्री 2024: हिंदू धर्म में शनि को न्याय का देवता कहा जाता है। शनिदेव लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। खासकर जब शनि की चाल बदलती है तो इसका सबसे ज्यादा प्रभाव लोगों के जीवन पर पड़ता है। शनि इस समय कुम्भ राशि में वक्री हैं। शनि की वक्र चाल कुछ राशियों के लिए शुभ नहीं है।
शनि कुंभ राशि में वक्री हैं और 15 नवंबर 2024 तक वक्री रहेंगे। 15 नवंबर से शनि पुनः कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि की उल्टी चाल कई लोगों के लिए घातक भी साबित हो सकती है। इस दौरान कुछ लोगों को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। जिन लोगों के लिए वक्री शनि अशुभ साबित होने वाला है, वे कुछ उपाय अपनाकर शनि संबंधी समस्या और दोष से छुटकारा पा सकते हैं।
वक्री शनि किस राशि के लिए अशुभ है?
शनि की वक्री स्थिति वृष, कर्क, तुला और कन्या राशि के लिए अच्छी नहीं है। न्याय के देवता शनिदेव की पूजा करने से इस राशि के लोगों को कष्टों से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही जिन लोगों की कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर है उन्हें शनिदेव की पूजा के साथ-साथ कुछ उपायों पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। आइए आज हम आपको बताते हैं कि शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।
वक्री शनि से बचने के लिए क्या करें?
शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए प्रतिदिन शनि चालीसा का पाठ करें। साथ ही शनिदेव की पूजा करें। पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से भी शुभ फल मिलता है।
– शनि ग्रह की शांति के लिए प्रतिदिन शिवलिंग का अभिषेक करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव की पूजा करने से शनि के दुष्प्रभाव का असर नहीं होता है
– वक्री शनि के प्रकोप से बचना है तो छाया दान करें। इसके लिए सरसों के तेल से भरी कटोरी में अपना चेहरा देखें। इसके बाद इस पात्र में तेल भरकर शनि मंदिर में रख दें।
– अगर आप शनि की टेढ़ी चाल से होने वाले नुकसान से बचना चाहते हैं तो रोजाना काले कुत्ते की सेवा करें। काले कुत्ते को तेल लगी रोटी खिलाएं।
– इसके अलावा जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है उन्हें शनि गोचर तक काले कपड़े, जूते, लोहे की वस्तुएं, काले तिल, काली उड़द का दान करते रहना चाहिए।