रायपुर, 30 अक्टूबर (हि.स.)। कलेक्टर कार्यालय राजस्व विभाग में पदस्थ क्लर्क प्रदीप उपाध्याय ने 28 अक्टूबर सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया था। आत्महत्या करने से पहले मृतक ने एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उन्होंने विभाग के तीन अधिकारियों तत्कालीन एडीएम गजेंद्र ठाकुर, वीरेंद्र बहादुर सिंह और एडीएम देवेंद्र पटेल पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इस मामले में सियासत भी गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बुधवार को पत्रकारवार्ता कर सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य में अलग-अलग समाजों को प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले सतनामी, आदिवासी फिर साहू और अब ब्राह्मण समाज को प्रताड़ित किया जा रहा है। भूपेश बघेल ने प्रदीप उपाध्याय के सुसाइड नोट का संदर्भ देते हुए कहा कि लगातार कई जिलों में कस्टोडियल डेथ हो रही है। उन्होंने इस सरकार को निकम्मी बताते हुए कहा कि उन्हें पद में बने रहने का कोई हक नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने रायपुर कलेक्टर को हटाने की मांग की है। पत्रकारवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदीप उपाध्याय को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था और इस संबंध में उन्होंने कलेक्टर को भी जानकारी दी थी। लेकिन कलेक्टर ने फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की। दीपक बैज ने कहा कि जो कलेक्टर अपने कर्मचारी को न्याय नहीं दे सकता, वो आम लोगों को क्या न्याय देगा।
वहीं आत्महत्या को लेकर ब्राम्हण समाज में रोष हैं। आज बुधवार को इस मामले को लेकर सर्व ब्राम्हण समाज ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में मृतक के पास से मिले सुसाइड नोट का हवाला देते हुए वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है।