अजमेर, 22 अप्रैल (हि.स)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की इकाई संस्कार भारती की ओर से सोमवार को पृथ्वी अलंकरण दिवस मनाया गया। इस दौरान अजमेर के पृथ्वी राज मार्ग स्थित मित्तल मॉल में 15 फीट की रंगोली बनाई गई। रंगोली के माध्यम से आम जन को पर्यावरण और संविधान के संरक्षण में जन जन की भागीदारी का आह्वान किया गया।
संस्कार भारती की ओर से सुरेश बबना ने कार्यक्रम को संबोधित किया और पृथ्वी और जलवायु रक्षण और संरक्षण के लिए सभी से अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने की गुजारिश की गई। इस दौरान आगामी 26 अप्रैल 24 को होने वाले दूसरे चरण के लोकसभा मतदान में संविधान संरक्षण और लोकतंत्र की मजबूती के लिए सभी से जरूर और पहले मतदान दूजा कोई काम का संदेश दिया। इस अवसर पर अंतररराष्ट्रीय कलाकार संजय सेठी और उनके साथियों ने विविध रंगों से अर्थ अलंकरण रंगोली बनाई। संस्कार भारती के महासचिव कृष्ण गोपाल पाराशर ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया। रंगोली का शुभारंभ वरिष्ठ स्वतंत्र पत्रकार सन्तोष कुमार गुप्ता एवं मित्तल मॉल के प्रबंधक अभिषेक अग्रवाल ने मां भारती के चित्र पर माल्यार्पण कर और दीप प्रज्वलन कर किया। इस मौके पर संस्कार भारती के महेन्द्र जैन मित्तल, अनिलजी सहित अनेक महिला एवं पुरुष सदस्य उपस्थित थे।
सिंगल यूज प्लास्टिक धरती माता के लिए अभिशाप – प्रो सुभाष चन्द्र
प्लास्टिक एक वरदान के रूप मे आया और सिंगल यूज प्लास्टिक अब धरती माता के लिए अभिशाप बन चुका है । विश्व से 2040 तक 60 प्रतिशत प्लास्टिक को कम करने के लक्ष्य निर्धारित किया गया है। माइक्रो प्लास्टिक मानव शरीर पर दुष्प्रभाव कैंसर, हृदय रोग, आतों में सूजन नि :संतनता , फेफड़ों में सूजन के रूप में तो होता ही है साथ ही परिस्थितिकी पर दुष्प्रभाव जैसे , मृदा अपरदन , वायु प्रदूषण ,जल प्रदूषण, के लिए भी यह जिम्मेदार है । उक्त विचार महर्षि दयानंद सरस्वती विश्विद्यालय के प्राणी शास्त्र विभागाध्यक्ष एवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो.सुभाष चंद्र ने पृथ्वी दिवस के उपलक्ष में पृथ्वी दिवस 2024 – प्लानेट बनाम प्लास्टिक की थीम पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये।
इस अवसर पर आयोजित विद्यार्थी संवाद में भाग लेते हुए छात्रा सलोनी सुखवाल ने बताया कि ये एक ग्लोबल इवेंट है, जिसमें वनीकरण, एजुकेशन वर्कशॉप आदि का आयोजन किया जाता है साथ ही कहा कि प्लास्टिक पूरे जैव तंत्र को प्रभावित करता है। छात्र प्रियांशु ने पृथ्वी दिवस का ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ समुद्र की जैव विविधता पर प्लास्टिक का असर बताया। संवाद में गुंजन, आकाश ,मुद्रिका ने भी पृथ्वी दिवस के सम्बन्ध में अपने विचार व्यक्त किये ।कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों ने पृथ्वी के संरक्षण की शपथ ली कार्यक्रम का संचालन गरिमा कुमावत ने किया ।