आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की मुश्किलें फिर बढ़ती नजर आ रही हैं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की पत्नी सुलक्षणा सावंत ने उनके खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया है। इस मामले में गोवा की एक अदालत ने संजय सिंह को नोटिस जारी किया है। आइए जानते हैं कि आखिर यह मामला क्या है और क्यों यह मुकदमा दायर किया गया।
संजय सिंह ने क्या दिया था बयान?
हाल ही में संजय सिंह ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने गोवा की कैश-फॉर-जॉब घोटाले में सुलक्षणा सावंत का नाम लिया और उन पर गंभीर आरोप लगाए। संजय सिंह के इस बयान को लेकर सुलक्षणा सावंत ने इसे झूठा और अपमानजनक बताया।
100 करोड़ रुपये का मानहानि केस
सुलक्षणा सावंत ने उत्तरी गोवा के बिचोलिम में सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में संजय सिंह के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय सिंह के बयान से उनकी और उनके परिवार की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
कोर्ट की ओर से नोटिस जारी
- अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए संजय सिंह को नोटिस जारी कर दिया है।
- संजय सिंह को 10 जनवरी 2025 तक अदालत में अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है।
- भाजपा प्रवक्ता गिरिराज पाई वर्नेकर ने बताया कि मुकदमा दायर करने के बाद अदालत ने संजय सिंह को निर्देश दिया कि वे अपने बयान पर सफाई दें।
सुलक्षणा सावंत की अदालत से मांग
सुलक्षणा सावंत ने अपनी शिकायत में अदालत से निम्नलिखित मांगें की हैं:
- संजय सिंह माफी मांगें:
- संजय सिंह को एक सार्वजनिक माफीनामा प्रकाशित करने का निर्देश दिया जाए।
- इसमें स्पष्ट किया जाए कि उनके द्वारा दिया गया बयान, वीडियो और लेख झूठे हैं और तथ्यों पर आधारित नहीं हैं।
- सोशल मीडिया पर बयानबाजी से रोक:
- संजय सिंह को निर्देश दिया जाए कि वे सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, यूट्यूब और एक्स (Twitter) जैसे प्लेटफार्मों पर किसी भी तरह का अपमानजनक बयान न दें।
- इस तरह के किसी भी बयान को सार्वजनिक रूप से फैलाने से रोका जाए।
प्रकरण का राजनीतिक असर
यह मामला न सिर्फ कानूनी बल्कि राजनीतिक तौर पर भी तूल पकड़ता जा रहा है। संजय सिंह के बयान को लेकर AAP और BJP के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ गया है।
- संजय सिंह इससे पहले भी कई बार भाजपा के खिलाफ तीखे बयान देते रहे हैं।
- दूसरी ओर, भाजपा इस मामले में सख्त रुख अपनाए हुए है और इसे छवि खराब करने की साजिश बता रही है।