कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने केजरीवाल पर तीखे सवाल दागे और पुराने वादों व आरोपों पर जवाब मांगा।
‘360 पन्नों के सबूत कहां हैं?’
संदीप दीक्षित ने शीला दीक्षित के खिलाफ लगाए गए आरोपों का जिक्र करते हुए कहा,
“अरविंद केजरीवाल 360 पेज के सबूत लेकर घूमते थे। वह पन्ने कहां हैं? क्या वह कभी पेश किए गए?”
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं ने भी केजरीवाल से इन तथाकथित सबूतों पर सवाल उठाया था, लेकिन उन्होंने केवल पेपर कटिंग्स को सबूत के तौर पर दिखाया। दीक्षित ने कहा, “कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद सीएजी की रिपोर्ट आई थी। क्या केजरीवाल ने इस रिपोर्ट को कभी सार्वजनिक किया या कार्रवाई की?”
केजरीवाल के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान पर सवाल
संदीप दीक्षित ने केजरीवाल की भ्रष्टाचार विरोधी छवि पर भी सवाल उठाए।
- लोकपाल और लोकायुक्त का मुद्दा:
उन्होंने पूछा,“आपने लोकपाल के लिए देशभर में अभियान चलाया। दिल्ली में लोकायुक्त मौजूद हैं, लेकिन आपने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? यदि सबूत थे, तो लोकायुक्त, हाई कोर्ट, या उपराज्यपाल के पास क्यों नहीं गए?”
- बिजली कंपनियों पर वादे:
दीक्षित ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने 2013 में कहा था कि बिजली महंगी भ्रष्टाचार के कारण है और इसे सस्ता करेंगे।“लेकिन, क्या इन कंपनियों पर कभी सवाल उठाया गया या भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा पूरा किया गया?”
शीला दीक्षित के खिलाफ लगाए आरोपों का जवाब दें
संदीप दीक्षित ने कहा कि केजरीवाल ने उनकी मां, स्वर्गीय शीला दीक्षित पर झूठे आरोप लगाकर बदनाम किया। उन्होंने पूछा,
“यदि आपके पास सबूत थे, तो आपने कार्रवाई क्यों नहीं की? या तो सबूत पेश करें, या अपनी गलती स्वीकार करें।”
10 करोड़ रुपये की मानहानि का केस करने की तैयारी
संदीप दीक्षित ने घोषणा की कि वह अरविंद केजरीवाल और सीएम आतिशी के खिलाफ 10 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
“इनके झूठे आरोपों और बदनाम करने की राजनीति को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं इनसे हिसाब मांगूगा।”
केजरीवाल की राजनीति पर कटाक्ष
दीक्षित ने कहा कि केजरीवाल ने न केवल शीला दीक्षित बल्कि शरद पवार और सोनिया गांधी जैसी अन्य नेताओं पर भी झूठे आरोप लगाए। उन्होंने कहा,
“ये आरोप सिर्फ ध्यान आकर्षित करने के लिए थे। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई सिर्फ दिखावा है।”