बीजापुर, 18 अक्टूबर (हि.स.)। जिले के संयुक्त अनुसूचित जाति समिति के सदस्याें ने आज शुक्रवार को राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। सौंपे गए ज्ञापन में अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्याें ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य का बीजापुर जिला अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति बाहुल्य जिला है। इस जिले में 82 प्रतिशत से भी अधिक जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है, भारत सरकार द्वारा गत वर्ष माहरा व महरा जाति को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल किये जाने से अनुसूचित जाति वर्ग की जनसंख्या में वृद्धि होकर लगभग 15 प्रतिशत से अधिक हो गई है एवं शेष सामान्य व अन्य पिछडा वर्ग के लोग बीजापुर जिले में निवासरत है।
ज्ञापन में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों ने कहा बीजापुर जिले के ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों एवं जिला पंचायतों में जिले के अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को पंचायतों में आरक्षण के आधार पर स्थान सुरक्षित है। साथ ही बीजापुर जिले में अन्य वर्ग के लोग जिनकी जनसंख्या लगभग 2 प्रतिशत के आस-पास है उनके लिये भी ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों एवं जिला पंचायतों में सीटें आबंटित किया गया है। वर्तमान में जिला पंचायत बीजापुर में सामान्य वर्ग के लिये 2 सीटें है, लेकिन अनुसूचित जाति वर्ग जिनकी जनसंख्या लगभग 15 प्रतिशत है जो कि बीजापुर जिले के मूल निवासी भी है, उनके लिये आज पर्यंत तक ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों एवं जिला पंचायतों में प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त ही नही हुआ। इसलिये बीजापुर जिले के ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों एवं जिला पंचायतों का पुनः आरक्षण कराया जाना अति आवश्यक है जिससे की सभी वर्गों के लोगों को सामान रूप से ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों एवं जिला पंचायतों में प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल सके इस आशय के मांग का ज्ञापन राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौंपा गया है।