सैम कोंस्टास ने डेब्यू टेस्ट में दिखाया दम, बुमराह के खिलाफ खेली निडर पारी

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ऑस्ट्रेलिया के 19 वर्षीय युवा क्रिकेटर सैम कोंस्टास ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ऐसा धमाल मचाया कि पूरी दुनिया में उनकी चर्चा हो रही है। भारत के खिलाफ खेलते हुए कोंस्टास ने मात्र 65 गेंदों पर 60 रनों की शानदार पारी खेली। इस पारी में उन्होंने छह चौके और दो छक्के जमाए। सबसे ज्यादा ध्यान खींचा उनके उस ओवर ने, जिसमें उन्होंने दुनिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खिलाफ 18 रन बटोर डाले।

कोंस्टास का निडर खेल देखकर हर कोई हैरान था। बुमराह, जिन्हें मौजूदा दौर के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में गिना जाता है, उनके खिलाफ इतनी बेखौफ पारी खेलकर कोंस्टास ने खुद को भविष्य का सितारा साबित कर दिया।

भाई ने किया दिलचस्प खुलासा

सैम कोंस्टास की इस कामयाबी के पीछे उनके परिवार का बड़ा योगदान रहा है। उनके बड़े भाई बिली, जो पेशे से फिजियोथेरेपिस्ट हैं, ने कोंस्टास की सफलता का एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। बिली ने बताया कि उनके पिता की एक गलती ने सैम को तेज गेंदबाजी के खिलाफ खेलने में निडर बना दिया।

बिली ने फॉक्स क्रिकेट से बातचीत में कहा,

“जब हम छोटे थे, तो पिताजी पहली बार हमें ‘बॉलिंग मशीन’ के पास लेकर गए। उन्होंने गलती से इसे 90 मील प्रति घंटे (लगभग 145 किमी/घंटा) पर सेट कर दिया, जबकि उन्हें लगा था कि यह 90 किलोमीटर प्रति घंटे है।”

बचपन से ही तेज गेंदबाजी का सामना

सैम ने इतनी तेज रफ्तार की गेंदों का सामना बिना घबराए किया और पहली गेंद पर ही जोरदार शॉट मार दिया। बिली के मुताबिक,

“मुझे लगता है कि पांच-छह साल की उम्र से ही सैम का सपना रहा है कि वह बड़े मंच पर तेज गेंदबाजों का सामना करे। आज यह सपना पूरे परिवार के लिए सच हो गया है। हम सब बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं।”

मैदान पर शांत, परिवार नर्वस

कोंस्टास की पारी के दौरान जहां वह मैदान पर पूरी तरह से सहज नजर आए, वहीं उनका परिवार बेहद नर्वस था। बिली ने कहा,

“पारी से एक दिन पहले मैंने उससे पूछा था कि तुम कितने रन बनाओगे? उसने बड़े ही शांत स्वर में कहा, ‘चिंता मत करो, मैं कुछ रन बना लूंगा।’ वह हमेशा शांत रहता है और मैदान पर वही उसकी सबसे बड़ी ताकत है।”

कोंस्टास ने दिखाया कड़ा रवैया

सिर्फ बुमराह को खेलना ही नहीं, कोंस्टास ने अपने डेब्यू मैच में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को भी मैदान पर जवाब देने से परहेज नहीं किया। भारतीय तेज गेंदबाजों के सामने निडर होकर खेलते हुए उन्होंने अपनी पारी में अद्भुत धैर्य और कौशल का प्रदर्शन किया।

भविष्य का सितारा

कोंस्टास की इस पारी ने न केवल क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया, बल्कि क्रिकेट के दिग्गज भी उनके खेल के मुरीद हो गए हैं। उनका यह प्रदर्शन भविष्य में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का चमकता हुआ सितारा बनने का संकेत देता है।