ऑस्ट्रेलिया के नए ओपनर सैम कोंस्टास ने हाल ही में स्वीकार किया कि सिडनी टेस्ट के पहले दिन उन्होंने भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को उकसाने की कोशिश की थी। हालांकि, उनका यह दांव टीम पर उल्टा पड़ गया, जब बुमराह ने दिन की आखिरी गेंद पर उस्मान ख्वाजा का विकेट ले लिया।
क्या हुआ था सिडनी टेस्ट में?
सिडनी में खेले गए पांचवें टेस्ट के पहले दिन के अंत में, ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज चाहते थे कि किसी भी तरह से दिन का खेल बिना और किसी नुकसान के समाप्त हो।
- उस्मान ख्वाजा और सैम कोंस्टास ने आखिरी 15 मिनट तक खेल को संभालने की योजना बनाई थी।
- बुमराह के ओवर के दौरान ख्वाजा ने जानबूझकर समय लेने की कोशिश की, जिससे बुमराह नाराज हो गए।
- नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़े सैम कोंस्टास ने बुमराह के साथ बहस करके स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया।
गर्मागर्मी के बाद, जसप्रीत बुमराह ने अगली ही गेंद पर उस्मान ख्वाजा को क्लीन बोल्ड कर दिया।
बुमराह का पलटवार
विकेट लेने के बाद बुमराह ने जश्न मनाने के लिए कोंस्टास की ओर कदम बढ़ाए।
- ख्वाजा और कोंस्टास ने बिना कुछ कहे सिर झुकाकर पवेलियन की ओर कदम बढ़ा दिए।
- यह घटना टीम इंडिया के आत्मविश्वास को बढ़ाने वाली साबित हुई, हालांकि बाद में मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता।
कोंस्टास का बयान: “मेरी गलती थी”
सैम कोंस्टास ने इस घटना पर ट्रिपल एम क्रिकेट से बातचीत में कहा:
“मैंने बुमराह के साथ बहस की, और दुर्भाग्य से, ख्वाजा आउट हो गए। वह समय बचाने की कोशिश कर रहे थे। शायद यह मेरी गलती थी। लेकिन ऐसा होता है, यह क्रिकेट है।”
कोंस्टास ने यह भी कहा कि बुमराह को उनके शानदार यॉर्कर के लिए क्रेडिट देना चाहिए।
जसप्रीत बुमराह का प्रभाव और चोट
सिडनी टेस्ट में जसप्रीत बुमराह ने अपनी आक्रामक गेंदबाजी से बल्लेबाजों को परेशान किया।
- बुमराह ने ख्वाजा को आउट करके भारतीय टीम को एक अहम विकेट दिलाया।
- हालांकि, अंतिम पारी में बुमराह चोटिल होने के कारण गेंदबाजी के लिए उपलब्ध नहीं थे, जिससे ऑस्ट्रेलिया को मैच जीतने का मौका मिला।