स्कूल के डायरेक्टर और प्रिंसिपल से दुखी होकर नौकर ने की आत्महत्या, पुलिस ने दोनों के खिलाफ दर्ज किया मामला

तरनतारन : तरनतारन जिले के गांव सुहावा स्थित एक निजी स्कूल के डायरेक्टर व प्रिंसिपल द्वारा कथित तौर पर छेड़छाड़ करने के बाद छात्रा ने गुरुद्वारा साहिब के टैंक में कूदकर जीवनलीला समाप्त कर ली। हालांकि घटना के वक्त परिवार ने इस वजह से शिकायत दर्ज नहीं कराई थी कि उन्हें निदेशकों द्वारा परेशान नहीं किया जा रहा था, लेकिन मृतक के कपड़ों में मिले पत्र के बाद परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. स्कूल के दो निदेशकों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है.

गांव शहबाजपुर निवासी स्वर्ण सिंह ने बताया कि उनके पिता राजिंदरपाल सिंह 11 साल से श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉन्वेंट स्कूल गांव सुहावा में सेवादार के तौर पर काम कर रहे थे। उनके पिता विभिन्न गाँवों के बच्चों के माता-पिता को कॉन्वेंट स्कूल की शिक्षा के बारे में शिक्षित करते थे और अधिक से अधिक बच्चों को इस स्कूल में दाखिला दिलाने का काम करते थे। उनके पिता राजिंदरपाल सिंह को स्कूल से 10 हजार 400 रुपये प्रति माह वेतन मिलता था. इस वर्ष स्कूल में बच्चों का नामांकन कम हुआ तो उनके पिता ने स्कूल के निदेशक संत बाबा सुक्खा सिंह जी को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद बाबा सुक्खा सिंह व अन्य लोगों ने निदेशक सतीश कुमार दुग्गल व रितु दुग्गल से संख्या कम होने के बारे में पूछा. जिस पर बच्चों के डायरेक्टर सतीश कुमार और प्रिंसिपल रितु दुग्गल ने आपत्ति जतानी शुरू कर दी और उसके पिता को परेशान करना शुरू कर दिया। उसके पिता ने भी चार मार्च को स्कूल सचिव को पत्र लिखकर बुरा-भला कहने, अपमानित करने और धमकी देने की बात कही थी। उनके पिता के बार-बार पत्रों और अनुरोधों पर कोई सुनवाई नहीं हुई, इसलिए उनके पिता मानसिक रूप से परेशान हो गए, जिसके बाद उन्होंने 22 मई को गांव सुहावा के गुरुद्वारा साहिब में बने जलाशय में कूदकर जान दे दी और आत्महत्या कर ली।

मामले की जांच कर रहे सरहाली थाने के एएसआई दिलबाग सिंह ने बताया कि उस समय परिवार को राजिंदरपाल सिंह की हालत के बारे में पता नहीं था, जिसके चलते 22 मई को दंड संहिता की धारा 174 के तहत शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। लेकिन बाद में परिवार को मृतक के कपड़ों से एक पत्र मिला जिसमें राजिंदरपाल सिंह ने सचिव को स्कूल निदेशक सतीश कुमार दुग्गल और प्रिंसिपल रितु दुग्गल द्वारा परेशान किए जाने की बात लिखी थी, जिसके बाद दिए गए बयानों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया। मृतक के बेटे स्वर्ण सिंह ने इस मामले में निदेशक सतीश कुमार दुग्गल और प्रिंसिपल रितु दुग्गल को नामजद किया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है.