नई दिल्ली: समाप्त वित्त वर्ष 2023-24 में भारत के कच्चे तेल आयात में रूस का प्रभाव बढ़ गया. रूसी तेल पर छूट में गिरावट के बावजूद, भारत के पारंपरिक निर्यातकों की तुलना में रूस सबसे बड़ा निर्यातक देश बना हुआ है।
भारत के कुल कच्चे तेल आयात में रूसी तेल की हिस्सेदारी 35 फीसदी थी, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 23 फीसदी थी.
भारत के कच्चे तेल के अन्य आपूर्तिकर्ताओं जैसे इराक, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका की हिस्सेदारी घटकर क्रमशः 20 प्रतिशत, 15 प्रतिशत, 6 प्रतिशत और 3.50 प्रतिशत हो गई।
पिछले वित्त वर्ष में रूस ने भारत को प्रतिदिन औसतन 15.70 लाख बैरल कच्चे तेल की आपूर्ति की थी, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 10 लाख बैरल थी. इसके मुकाबले वित्त वर्ष 2022-23 में इराक ने 8.90 लाख बैरल की आपूर्ति की जो 9.50 लाख बैरल प्रतिदिन थी.