राहुल गांधी के ‘इंडियन स्टेट’ वाले बयान पर मचा बवाल, भाजपा ने मांगी माफी

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कांग्रेस के मुख्यालय का पता बदलने के साथ ही नए दफ्तर ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित किया, लेकिन उनका एक बयान विवाद का कारण बन गया।

क्या बोले राहुल गांधी?

राहुल गांधी ने कहा:

“यदि आप यह समझ रहे हैं कि हमारी लड़ाई केवल भाजपा और आरएसएस जैसे राजनीतिक संगठनों से है, तो यह गलत है। इन दोनों ने देश के हर संस्थान पर कब्जा कर लिया है। अब हम भाजपा, आरएसएस और ‘इंडियन स्टेट’ से भी लड़ रहे हैं।”

इस बयान के सामने आते ही भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस पर देशविरोधी मानसिकता रखने का आरोप लगाया।

भाजपा का पलटवार – ‘कांग्रेस अब खुद खत्म होने वाली है’

राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा ने तीखी आलोचना की।

🔹 जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कविंद्र गुप्ता ने कहा:

“कांग्रेस अब पूरी तरह हाशिए पर जाने वाली है। ये लोग लड़ते-लड़ते खुद खत्म हो जाएंगे। ऐसी विचारधारा कांग्रेस को पूरी तरह मिटा देगी।”

🔹 भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा:

“राहुल गांधी ने अब भारतीय राज व्यवस्था के खिलाफ खुली लड़ाई का ऐलान कर दिया है। यह जॉर्ज सोरोस की रणनीति से लिया गया बयान है।”

🔹 भाजपा ने राहुल गांधी के बयान को देश की संवैधानिक व्यवस्था पर हमला बताया और उनसे माफी मांगने की मांग की।

कांग्रेस का बचाव – ‘बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है’

राहुल गांधी के इस बयान के बाद कांग्रेस नेता उनके बचाव में उतर आए।

🔹 सचिन पायलट ने कहा:

“राहुल गांधी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने यह कहा था कि भाजपा और आरएसएस ने संवैधानिक संस्थानों पर कब्जा कर लिया है, जिससे न्याय नहीं मिल पा रहा है।”

🔹 कांग्रेस महासचिव बीके हरिप्रसाद ने कहा:

“राहुल गांधी का बयान पूरी तरह सही है। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि देश की संस्थाओं में आरएसएस के लोगों को भरा जा रहा है।”

राहुल गांधी की रणनीति या राजनीतिक भूल?

राहुल गांधी का यह बयान भाजपा के खिलाफ उनकी आक्रामक रणनीति का हिस्सा माना जा सकता है, लेकिन यह भाजपा को कांग्रेस पर पलटवार करने का मौका भी दे रहा है।

  • कांग्रेस का तर्क है कि लोकतांत्रिक संस्थानों में भाजपा और आरएसएस का प्रभाव बढ़ रहा है, जिससे सत्ता का संतुलन बिगड़ रहा है।
  • वहीं, भाजपा इसे भारत की संवैधानिक व्यवस्था पर हमला बताकर कांग्रेस को घेर रही है।

क्या राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए?

भाजपा इस बयान को राष्ट्र-विरोधी करार दे रही है और राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग कर रही है। हालांकि, कांग्रेस इस पर अड़ी हुई है कि बयान को संदर्भ से हटाकर देखा जा रहा है।