RRTS सिर्फ ट्रेन नहीं, इन इलाकों की किस्मत बदलने वाली 'विकास की गारंटी'
अगर आप अभी तक दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल (RRTS) को सिर्फ एक तेज़ रफ़्तार ट्रेन समझ रहे हैं, तो आप बहुत बड़ी बात नज़रअंदाज़ कर रहे हैं. यह सिर्फ लोगों को एक शहर से दूसरे शहर तक पहुँचाने का प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि इसके ट्रैक के किनारे एक बिल्कुल नया, आधुनिक और व्यवस्थित शहर बसाने का अब तक का सबसे बड़ा प्लान है. सरकार ने इस कॉरिडोर के दोनों तरफ विकास का ऐसा खाका तैयार किया हैं जो गाजियाबाद और मेरठ के कई इलाकों की पूरी तस्वीर बदलकर रख देगा.
क्या है यह 'शहर के अंदर शहर' बसाने का प्लान?
इस बड़े प्लान को एक ख़ास नाम दिया गया है - ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD). चलिए, इसे बिलकुल आसान भाषा में समझते हैं.
इसका मतलब है कि RRTS के हर स्टेशन को एक सेंटर पॉइंट मानकर उसके चारों तरफ एक ऐसा 'मिनी-शहर' बसाया जाएगा, जहाँ लोगों को अपनी ज़रूरत की हर चीज़ 15 मिनट की पैदल दूरीपर मिल जाए. कल्पना कीजिए:
- आपका घर स्टेशन के पास हो.
- आपका ऑफिस, बच्चों का स्कूल, शॉपिंग मॉल, अस्पताल और पार्क... सब कुछ वॉकिंग डिस्टेंस पर हो.
- आपको छोटी-छोटी चीज़ों के लिए गाड़ी निकालने और ट्रैफिक में फंसने की ज़रूरत ही न पड़े.
सरकार की योजना है कि RRTS कॉरिडोर के दोनों तरफ एक-एक किलोमीटर के दायरे में इसी कॉन्सेप्ट पर नई आवासीय कॉलोनियां (Housing Projects), बड़े-बड़े बिजनेस हब, मार्केट और स्कूल-कॉलेज खोले जाएंगे.
किन इलाकों की बदलेगी सूरत?
इस डेवलपमेंट का सबसे ज़्यादा और सबसे पहला असर गाजियाबाद के उन इलाकों पर दिखेगा, जहाँ RRTS के स्टेशन बन रहे हैं.
- दुहाई
- गुलधर
- मुरादनगर
ये वो इलाके हैं, जो अभी तक विकास की दौड़ में काफी पीछे थे. लेकिन अब यहां बड़ी-ब高いआवासीय सोसायटी, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स और चौड़ी-चौड़ी सड़कें बनाने की योजना है. NCRTC और उत्तर प्रदेश सरकार मिलकर इस पर काम कर रही हैं.
आम आदमी और निवेशकों के लिए कैसे है यह सुनहरा मौका?
- बेहतर जीवनशैली:जो लोग इन नए इलाकों में घर लेंगे, उन्हें एक वर्ल्ड-क्लास लाइफस्टाइल मिलेगी, जहाँ ट्रैफिक और प्रदूषण कम होगा और समय की भारी बचत होगी.
- प्रॉपर्टी के दाम आसमान पर:यह बात तय है कि जैसे-जैसे यह डेवलपमेंट आगे बढ़ेगा, इन इलाकों में ज़मीन और घरों की कीमतें आसमान छुएंगी. जिन लोगों ने पहले से यहां निवेश किया हुआ हैं या अब करने की सोच रहे हैं उनके लिए यह किसी लॉटरी से कम नहीं है.
- रोजगार के नए अवसर:नए व्यावसायिक केंद्रों और बाज़ारों के निर्माण से हज़ारों लोगों के लिए रोज़गार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
संक्षेप में, दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस न केवल एनसीआर के लिए परिवहन की जीवनरेखा बनेगी, बल्कि यह अपने साथ विकास और प्रगति की एक ऐसी आंधी भी लाएगी जो पूरे क्षेत्र की नियति बदल देगी।
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