डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की संदिग्ध मौत में अब्दुल्ला परिवार की भूमिका संदिग्ध: तरूण चुघ

सांबा, 12 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं जम्मू कश्मीर और लद्दाख प्रभारी तरूण चुघ ने जनसंघ के अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की संदिग्ध मौत में अब्दुल्ला परिवार की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।

सांबा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धमी की मौजूदगी में भाजपा उम्मीदवार सुरजीत सिंह सलाथिया की नामांकन रैली में चुघ ने कहा कि शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की सरकार के समय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का निधन हुआ। उन्होंने कहा शेख अब्दुल्ला के समय दो संविधान और दो निशान जम्मू कश्मीर में थे। डॉ. मुखर्जी ने इसी व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष की अगुवाई की।

उन्होंने कहा शेख अब्दुल्ला के बाद अब उनका परिवार लोगों को गुमराह कर यहां पर अनुच्छेद 370 को बहाल करने की बात कर रहा है। उन्होंने कहा भाजपा ने जम्मू कश्मीर में राष्ट्रवाद की अल्ख जगाने का काम किया है। पंडित प्रेम नाथ डोगरा के आदर्श का पालन भाजपा कर रही है। उन्होंने सांबा के लोगों से अपील की कि वह भाजपा को वोट देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करें।