भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में अपने प्रदर्शन को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी बल्लेबाजी का फॉर्म औसत रहा है, लेकिन वह अपने खेल को लेकर सकारात्मक हैं। रोहित का मानना है कि उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा है, जिससे आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाकी दो टेस्ट में उनके फॉर्म में सुधार की उम्मीद है।
खराब फॉर्म पर रोहित की ईमानदारी
रोहित शर्मा, जो अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पर्थ में पहला टेस्ट नहीं खेल सके, अब तक इस सीरीज में 3, 6 और 10 रन की पारियां ही खेल पाए हैं। इस दौरे पर रोहित ने लंबे समय बाद मध्यक्रम में बल्लेबाजी की, ताकि केएल राहुल को पारी की शुरुआत का मौका मिल सके। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी का आकलन करते हुए कहा:
“मैं अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पा रहा हूं। इसे स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन मुझे अपनी तैयारी पर भरोसा है। बस क्रीज पर ज्यादा समय टिकने की जरूरत है और यह जल्द ही होगा।”
आंकड़ों से ज्यादा तैयारी पर फोकस
रोहित ने आंकड़ों के पीछे भागने की बजाय अपनी मानसिक और शारीरिक तैयारी को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा:
“कई बार आंकड़े बताते हैं कि बहुत समय से बड़ी पारी नहीं खेली गई, लेकिन मेरे लिए यह मायने रखता है कि मैं अपनी तैयारी और मानसिक स्थिति को कैसे महसूस करता हूं।”
अश्विन के संन्यास और पुराने साथियों पर रोहित का बयान
भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। रोहित ने अश्विन के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए मजाकिया अंदाज में कहा:
“अश्विन अब आपके साथ (मीडिया) रहेगा, तो उससे मिलते रहेंगे।”
जब उनसे अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के बारे में पूछा गया, जो घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं, तो रोहित ने कहा:
“हमने साथ में इतना क्रिकेट खेला है कि जब ये खिलाड़ी खेल छोड़ते हैं तो उनकी कमी खलती है। लेकिन हम हमेशा दोस्त रहेंगे और मिलते रहेंगे।”
रहाणे और पुजारा की वापसी पर उम्मीद
रोहित ने यह भी स्पष्ट किया कि अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा ने संन्यास नहीं लिया है और उनकी वापसी संभव है। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा:
“रहाणे ने संन्यास नहीं लिया है (तुम मरवाओगे यार)। पुजारा ने भी संन्यास नहीं लिया है। वे दोनों वापसी कर सकते हैं।”