रोहित शर्मा को सिडनी टेस्ट से बाहर किए जाने की खबर ने क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया है। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में शायद ही किसी कप्तान ने खुद को किसी सीरीज के बीच में टीम से बाहर किया हो। पांचवें टेस्ट में भारतीय टीम की कप्तानी अब जसप्रीत बुमराह संभाल रहे हैं। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक लीक हुई सूची ने नया विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें रोहित शर्मा का नाम शामिल नहीं है। यह सूची बीसीसीआई द्वारा साझा की गई थी।
रोहित शर्मा को लेकर उठते सवाल
जैसे-जैसे पांचवें टेस्ट की तैयारी हो रही थी, रोहित शर्मा के खेलने को लेकर असमंजस बढ़ता गया। सोशल मीडिया पर एक वायरल सूची ने इस विवाद को और हवा दी। इस सूची में भारतीय टीम के 16 खिलाड़ियों के नाम शामिल थे, लेकिन रोहित शर्मा का नाम गायब था। यह सूची भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर द्वारा साइन की गई थी।
जब सिडनी टेस्ट में भारत ने टॉस जीता, तो कप्तान जसप्रीत बुमराह ने कहा, “रोहित शर्मा ने खुद को आराम दिया है और हम टीम के हित में हर संभव कदम उठाएंगे।”
बीसीसीआई की चुप्पी पर सवाल
रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी पर बीसीसीआई ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया। न तो प्रेस रिलीज़ आई, न सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट। वायरल हो रही 16 खिलाड़ियों की सूची को बीसीसीआई के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में साझा किया गया था।
इस सूची में मुख्य टीम के अलावा सभी फिट खिलाड़ियों को शामिल किया गया था। लेकिन रोहित शर्मा का नाम कहीं नहीं था। यह बात क्रिकेट प्रेमियों को चौंका रही है, क्योंकि रोहित शर्मा भारतीय टीम के अहम सदस्य हैं।
रिजर्व खिलाड़ियों की सूची
वायरल सूची में कई रिजर्व खिलाड़ियों के नाम भी थे, जिनमें शामिल हैं:
- देवदत्त पडिक्कल: युवा ओपनर, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है।
- सरफराज खान: मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज, रणजी ट्रॉफी में लगातार शानदार फॉर्म में हैं।
- ध्रुव जुरेल: विकेटकीपर-बल्लेबाज, जिन्होंने अपनी तकनीकी कुशलता से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा।
- अभिमन्यु ईश्वरन: अनुभवी बल्लेबाज, जो घरेलू क्रिकेट में निरंतरता के लिए जाने जाते हैं।
- हर्षित राणा: युवा तेज गेंदबाज, जो अपनी रफ्तार और स्विंग के लिए चर्चा में हैं।
रोहित शर्मा का ड्रॉप होना: टीम के हित में फैसला या विवाद?
रोहित शर्मा के ड्रॉप होने को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। क्या यह फैसला वास्तव में उनके आराम के लिए लिया गया, जैसा कि बुमराह ने कहा, या इसके पीछे कोई रणनीतिक कारण हैं?
क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह समझना मुश्किल है कि ऐसे महत्वपूर्ण मैच से पहले कप्तान जैसे अनुभवी खिलाड़ी को बाहर क्यों रखा गया। बीसीसीआई की चुप्पी इस मामले को और जटिल बना रही है।