देहरादून, 17 अगस्त (हि.स.)। अनुबंधित बसों के सुचारू रूप से संचालन के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम के अधिकारी को रिश्वत लेना भारी पड़ गया। विजिलेंस टीम ने शनिवार को परिवहन निगम के काशीपुर डिपो के सहायक महाप्रबंधक (रोडवेज एआरएम) को नौ हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत मिली थी कि तीन अनुबंधित बसों के सुचारू रूप से संचालन के लिए तीन हजार रुपये प्रति बस के हिसाब से रिश्वत की मांग की जा रही है। उक्त शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर हल्द्वानी के पुलिस उपाधीक्षक अनिल सिंह मनराल ने प्रकरण की जांच कराई और तथ्य सही पाए जाने पर नियमानुसार ट्रैप टीम का गठन किया। टीम ने शनिवार को सहायक महाप्रबंधक अनिल कुमार सैनी निवासी निकट प्राइमेरी स्कूल केशवनगर थाना बाजपुर जनपद ऊधमसिंहनगर को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपित की गिरफ्तारी के उपरांत सतर्कता अधिष्ठान हल्द्वानी की टीम रिश्वतखोर अधिकारी के आवास की तलाशी व अन्य स्थानों पर चल-अचल संपत्ति के संबंध में पूछताछ कर रही है।
सतर्कता निदेशक डॉ. वी. मुरूगेसन ने ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी—कर्मचारी एवं लोकसेवक लोक कर्तव्य के निर्वहन में रिश्वत की मांग करता है तो सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर- 1064 एवं व्हाट्सएप नंबर- 9456592300 पर संपर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध निर्भीक होकर सूचना दें।