एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए सदर अस्पताल में समीक्षा एवं मूल्यांकन कार्य जारी

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किशनगंज,20अगस्त(हि.स.)। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के अनुरूप सदर अस्पताल का संचालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से विभिन्न स्तरों पर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। इसे लेकर हर स्तर पर जरूरी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ताकि प्रमाणीकरण के लिये जल्द आवेदन किया जा सके। इसे लेकर सदर अस्पताल स्थित लेबर रूम एवं एसएनसीयु के कर्मियों की लगातार समीक्षा एवं मूल्यांकन कार्य लगातार जारी है।सरकारी अस्पतालों को बेहतर बनाने व उपलब्ध चिकित्सकीय सेवाओं में गुणात्मक सुधार के उद्देश्य से सरकार द्वारा कई कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एन्क्वास) कार्यक्रम के तहत जिले के सदर अस्पताल में लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान करते हुए वहां की व्यवस्था को एनक्वास प्रमाणीकरण दिलवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेहतर प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी तुषार सिंगला और सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार की दिशा-निर्देश के अनुसार स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध सुविधाओं का अंकेक्षण करते हुए चिन्हित कमियों को दूर किया जा रहा है।

इसके लिए लगातार सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा. अनवर हुसैन के द्वारा सभी स्वास्थ्य मानको का निरीक्षण करते हुए वहां मरीजों के लिए उपलब्ध गुणवत्ता आश्वासन मानक की जांच की जा रही है। इसके लिए मंगलवार को सदर अस्पताल उपाधीक्षक अधिकारियों के साथ समीक्षा कर विश्लेषण के अनुसार स्वास्थ्य केंद्रों पर सुविधाओं का विस्तार किया गया है।

उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए आगामी के सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से संचालित विभिन्न कार्यक्रमों के तहत संस्थानों में उपलब्ध अलग-अलग सुविधाओं की जांच की जाती है। इसमें राज्य व केंद्रीय टीम द्वारा किए जाने वाले अनुश्रवण बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसमें बेहतर प्रदर्शन के लिये पूर्व तैयारी जरूरी है। ताकि मूल्यांकन प्रक्रिया में बेहतर अंक प्राप्त किया जा सके। इसे लेकर स्वास्थ्य संस्थानों के आंतरिक मूल्याकंन प्रक्रिया पर विशेष जोर दिया जा रहा है। ताकि समय रहते मौजूदा कमियों का पता लगाते हुए इसे दूर किया जा सके। सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल के लक्ष्य प्रमाणीकरण के बाद एनक्यूएएस के राष्ट्रीय प्रमाणीकरण पर जोर दिया जा रहा है। इसके एसएनसीयु, एनआरसी, पिपियु, ब्लड बैंक, प्रयोगशाला सेवा, सामान्य प्रशाशन एवं औक्सिलियारी सेवा मातृत्व सहित 09 मानकों पर समीक्षा बैठक की गयी है।

सदर अस्पताल लक्ष्य और कायाकल्प में लगातार बेहतर प्रदर्शन करता रहा है। अब नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) के पैमाने पर भी खरा उतरेगा। इसे लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है। एनक्वास के पैमाने पर खरा उतरने के लिए सदर अस्पताल में किस तरह की तैयारी करनी है। इसे लेकर साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, एडमिन, ओटी, लेबर रूम इत्यादि में और क्या बेहतर हो सकता है, उन्होंने बताया की सदर अस्पताल में बहुत सारी चीजें ठीक हैं। यहां मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। हालांकि इसके बावजूद सुधार की कुछ गुंजाइश है, जिसपर लगातार कार्य किया जा रहा है। ओपीडी, ओटी, लेबर रूम इत्यादि पहले से ही बेहतर काम कर रहा है। इसका परिणाम भी सामने आ चुका है। जटिल से जटिल रोगों का यहां पर इलाज हो रहा है। जिले के मरीजों को बाहर नहीं जाना पड़ रहा है और न ही निजी अस्पतालों का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है।

सिजेरियन, एक्सरे, किडनी मरीजों के लिए डायलिसिस तक की सुविधा यहां पर है। इन सुविधाओं का लाभ आसपास के जिले के लोग भी उठा रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही सदर अस्पताल एनक्वास के पैमाने पर भी खरा उतरेगा और यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी। गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच, गर्भवती के आवश्यक टीकाकरण तथा इसकी उपलब्धता को समझा जायगा। परिवार नियोजन की स्थायी और अस्थायी साधनों सहित लाभुक को दिये जाने वाले अंतरा इंजेक्शन। दवा के रखरखाव तथा वितरण की जानकारी लेते हुए संधारण रजिस्टर की जांच, टीकाकरण के लिए वैक्सीन करियर एवं इसके साथ जेनरल क्लिनिक में मरीजों को दी जाने वाली पर्ची सहित सामान्य प्रशासन का निरीक्षण किया जाना है जिसके लिए सभी विभागों को तैयार किया जा रहा है।