दिसंबर 2024 में खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कमी के चलते राष्ट्रीय स्तर पर खुदरा महंगाई दर घटकर 5.22 प्रतिशत पर आ गई। हालांकि, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड और अन्य छह राज्यों में खुदरा महंगाई राष्ट्रीय औसत से अधिक रही। इनमें सबसे अधिक महंगाई मणिपुर में दर्ज की गई, जहां दर 9.4 प्रतिशत तक पहुंच गई। दूसरी ओर, दिल्ली में यह दर सिर्फ 2.51 प्रतिशत रही, जो राष्ट्रीय औसत का लगभग आधा है।
राष्ट्रीय औसत से अधिक महंगाई वाले राज्य
राज्य | महंगाई दर (%) |
---|---|
उत्तराखंड | 6.05 |
हरियाणा | 6.08 |
उत्तर प्रदेश | 6.26 |
बिहार | 7.36 |
छत्तीसगढ़ | 7.63 |
ओडिशा | 6.96 |
मणिपुर | 9.4 |
केरल | 6.36 |
महंगाई के पीछे प्रमुख कारण
1. मणिपुर में उच्चतम महंगाई (9.4%)
मणिपुर में तनावपूर्ण स्थिति और आपूर्ति श्रृंखला में रुकावटें महंगाई का मुख्य कारण हैं। आवश्यक वस्तुओं की कमी के कारण लोग अधिक कीमत चुकाने को मजबूर हैं।
2. यूपी और बिहार में महंगाई अधिक क्यों?
- आर्थिक स्थिति:
- इन राज्यों में श्रमिकों की संख्या अधिक है, और उनकी आय का बड़ा हिस्सा खाद्य वस्तुओं पर खर्च होता है।
- खाद्य उत्पादों की कमी:
- कई जरूरी वस्तुएं जैसे दालें, मसाले और खाद्य तेल इन राज्यों में नहीं उगाए जाते।
- अन्य राज्यों से आयातित वस्तुओं की ऊंची परिवहन लागत कीमतों को बढ़ा रही है।
- बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में चीनी उत्पादन नहीं होता, जिससे उनकी कीमत अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है।
3. दिल्ली में महंगाई सबसे कम (2.51%)
- व्यापारिक केंद्र:
- दिल्ली उत्तर भारत के लिए खाद्य वस्तुओं का मुख्य वितरण केंद्र है।
- आसपास के राज्यों से व्यापारी सस्ती कीमत पर माल दिल्ली लाते हैं, जिससे स्थानीय बाजारों में कीमतें कम रहती हैं।
- ईंधन की सस्ती दरें:
- दिल्ली में पेट्रोल, डीजल और सीएनजी की कीमतें अन्य राज्यों की तुलना में कम हैं, जिससे परिवहन लागत कम रहती है।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अंतर
उत्तर प्रदेश:
- ग्रामीण महंगाई दर: 6.89%
- शहरी महंगाई दर: 5.16%
बिहार:
- ग्रामीण महंगाई दर: 7.29%
- शहरी महंगाई दर: 7.57%
उत्तराखंड:
- ग्रामीण महंगाई दर: 5.82%
- शहरी महंगाई दर: 6.41%
झारखंड:
- ग्रामीण महंगाई दर: 4.19%
- शहरी महंगाई दर: 4.99%
ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दर अधिक होने का कारण खाद्य वस्तुओं का ज्यादा अनुपात है। ग्रामीण खपत बास्केट में खाने-पीने की वस्तुओं का योगदान 47.3% है, जबकि शहरी बास्केट में यह सिर्फ 29.6% है।
प्रो. अरुण कुमार (JNU)
- राज्यों के बीच अंतर:
- ग्रामीण और शहरी आबादी के अनुपात का महंगाई पर प्रभाव पड़ता है।
- शहरी केंद्रों में आपूर्ति व्यवस्था मजबूत होने से कीमतें नियंत्रित रहती हैं।
- सप्लाई चेन का प्रभाव:
- मणिपुर जैसे राज्यों में आपूर्ति बाधित होने से कीमतें बढ़ी हैं।
- जरूरत के सामान के लिए ऊंची कीमत चुकानी पड़ रही है।
समग्र आर्थिक प्रभाव:
- महंगाई में अंतर राज्य की आर्थिक गतिविधियों, उत्पादन क्षमता और आपूर्ति तंत्र पर निर्भर करता है।
- दिल्ली जैसी जगहों पर व्यापारिक और वितरण केंद्र होने से कीमतें स्थिर रहती हैं।