फरवरी में खुदरा महंगाई दर गिरकर 5.09 फीसदी पर, चार महीने का निचला स्तर

सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में खुदरा मुद्रास्फीति गिरकर 5.09 प्रतिशत पर आ गई, जो चार महीने का निचला स्तर है। खुदरा मुद्रास्फीति लगातार छठे महीने आरबीआई के 6 प्रतिशत के आरामदायक क्षेत्र से नीचे बनी हुई है।

गौरतलब है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में 5.1 फीसदी थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, फरवरी में खाद्य महंगाई दर 8.3 फीसदी के मुकाबले 8.66 फीसदी दर्ज की गई है.

एनएसओ के अनुसार, शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में खुदरा मुद्रास्फीति अधिक रही है। शहरी क्षेत्रों में औसत मुद्रास्फीति 4.78 प्रतिशत दर्ज की गई जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में औसत मुद्रास्फीति 5.34 प्रतिशत दर्ज की गई।

राज्यों के संदर्भ में, फरवरी में ओडिशा में सबसे अधिक 7.55 प्रतिशत मुद्रास्फीति दर्ज की गई, जबकि दिल्ली में सबसे कम 2.42 प्रतिशत दर्ज की गई।

बता दें कि पिछले महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा महंगाई दर 5.4 फीसदी और जनवरी-मार्च तिमाही में 5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था.

दूसरी ओर, जनवरी के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी आज घोषित किए गए। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक , विनिर्माण , खनन और बिजली क्षेत्रों के कमजोर प्रदर्शन के कारण जनवरी में औद्योगिक उत्पादन गिरकर 3.8 प्रतिशत रह गया ।

गौरतलब है कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक उत्पादन जनवरी , 2023 में 5.8 फीसदी और दिसंबर , 2023 में 4.2 फीसदी और नवंबर , 2023 में 2.4 फीसदी दर्ज किया गया था .

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