Religious Statement : धीरेंद्र शास्त्री ने दिया धमाकेदार बयान ,न कानून छोड़ेगा, न हिंदू बख्शेंगे, आखिर क्या हुआ
News India Live, Digital Desk: Religious Statement : भारत में ऐसे मुद्दों पर अक्सर गरमागरम बहस होती रहती है, और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जिन्हें अक्सर बागेश्वर धाम वाले बाबा के नाम से जाना जाता है, उन्होंने हाल ही में एक बार फिर अपने बयानों से खूब सुर्खियां बटोरी हैं. उनका नया बयान 'सर तन से जुदा' के नारों को लेकर आया है, और इस पर उनकी प्रतिक्रिया बहुत सीधी और तीखी रही है.
'सर तन से जुदा' नारा? धीरेंद्र शास्त्री की सीधी चेतावनी - "न कानून छोड़ेगा न हिंदू बख्शेंगे!" क्या बढ़ेगी बहस?
धीरेंद्र शास्त्री ने बहुत साफ शब्दों में कहा है कि जो लोग 'सर तन से जुदा' जैसे नारे लगाते हैं, उन्हें न तो क़ानून बख्शेगा और न ही समाज का हिंदू वर्ग उन्हें सहन करेगा. यह बयान उन्होंने शायद उन घटनाओं के संदर्भ में दिया है जहाँ कुछ धार्मिक या राजनीतिक समूहों द्वारा ऐसे भड़काऊ नारों का इस्तेमाल किया गया है. ऐसे नारे सीधे तौर पर हिंसा और समाज में वैमनस्य फैलाने का काम करते हैं.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री अक्सर अपने प्रवचनों में हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं और देश में बढ़ती असामाजिक गतिविधियों पर अपनी राय बेबाकी से रखते हैं. उनके बयान हमेशा चर्चा में रहते हैं क्योंकि वे समाज के एक बड़े वर्ग को प्रभावित करते हैं और अक्सर विवादों को भी जन्म देते हैं. 'सर तन से जुदा' जैसे नारों को लेकर उन्होंने जो बयान दिया है, वह क़ानून और व्यवस्था बनाए रखने की ज़रूरत को भी दर्शाता है और समाज में बढ़ती नफ़रत पर चिंता भी जताता है.
ऐसे बयान भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के तहत भी गंभीर माने जाते हैं क्योंकि ये भड़काऊ भाषणों और सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने के दायरे में आ सकते हैं. शास्त्री के इस बयान पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिलेंगी. एक तरफ जहां उनके समर्थक उनकी बेबाकी की सराहना करेंगे, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इस बयान को और तनाव बढ़ाने वाला बता सकते हैं. ऐसे संवेदनशील मामलों में दोनों पक्षों को शांति और संयम बरतने की आवश्यकता होती है, ताकि समाज में शांति और भाईचारा बना रहे.
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