छत्तीसगढ़ सरकार, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में, तकनीकी सशक्तिकरण के ज़रिए शासकीय सेवाओं को ज़्यादा पारदर्शी और आसान बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है, जिससे आम जनता को मार्च महीने के अंतिम दिनों में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मार्च में छुट्टियों के बावजूद खुले रहेंगे रजिस्ट्री ऑफिस
वाणिज्यिक कर (पंजीयन) मंत्री ओ. पी. चौधरी के निर्देश पर, महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा प्रदेश के सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किया गया है कि मार्च माह में पड़ने वाले सार्वजनिक अवकाश—25, 29, 30 और 31 मार्च को भी सभी रजिस्ट्री कार्यालय खुले रहेंगे।
इस फैसले का मकसद मार्च के अंतिम दिनों में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन की बढ़ी हुई मांग को ध्यान में रखते हुए आम लोगों को राहत देना है। अब नागरिक छुट्टी के दिन भी रजिस्ट्री करवा सकेंगे और समय की बचत कर सकेंगे।
अपॉइंटमेंट समय में बढ़ोतरी – अब शाम 7 बजे तक कर सकेंगे बुकिंग
जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए रजिस्ट्री के लिए अपॉइंटमेंट का समय भी बढ़ा दिया गया है। पहले जहां रजिस्ट्रेशन की अंतिम समय सीमा शाम 5 बजे तक थी, अब इसे शाम 7 बजे तक बढ़ा दिया गया है।
इस बदलाव से उन नागरिकों को खास लाभ मिलेगा, जो कामकाजी घंटों में रजिस्ट्री नहीं करवा पाते थे। इससे कार्यालयों में भीड़ कम होगी और व्यवस्था बेहतर बनेगी।
24 मार्च को आई तकनीकी गड़बड़ी, अब सिस्टम पूरी तरह ठीक
24 मार्च को रजिस्ट्री विभाग के NGDRS सॉफ्टवेयर (National Generic Document Registration System) में तकनीकी समस्या आने के कारण कुछ समय के लिए सर्वर डाउन हो गया था, जिससे रजिस्ट्री का काम बाधित हो गया था।
हालांकि, जैसे ही दिक्कत की जानकारी मिली, तुरंत NIC पुणे और रायपुर की तकनीकी टीमों ने एकजुट होकर कार्य किया और शाम 6 बजे तक सिस्टम को दोबारा सुचारू कर दिया गया। विभाग ने आश्वस्त किया है कि भविष्य में ऐसी समस्या दोबारा न हो, इसके लिए तकनीकी निगरानी और समन्वय लगातार जारी रहेगा।
सरकार की पहल – पारदर्शिता और सुविधा दोनों पर जोर
यह निर्णय छत्तीसगढ़ सरकार की उस सोच को दर्शाता है, जिसमें जनता की सेवा सर्वोपरि है। तकनीक के माध्यम से कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाकर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि नागरिकों को न तो लाइन में लगना पड़े, न ही छुट्टियों के कारण काम टले।
लाभ किसे मिलेगा?
- प्रॉपर्टी बायर्स: जो वित्तीय वर्ष के अंत तक रजिस्ट्री कराना चाहते हैं।
- वर्किंग प्रोफेशनल्स: जो ऑफिस के बाद रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं।
- सीनियर सिटीज़न्स: जिन्हें अवकाश के दिन भी सुविधा मिल सकेगी।
यह पहल निश्चित तौर पर नागरिकों के हित में है और इससे छत्तीसगढ़ के रजिस्ट्रेशन सिस्टम में पारदर्शिता और समयबद्धता दोनों में सुधार आएगा।