पीएम सूर्य घर फ्री बिजली योजना- सोलर प्लांट के लिए 36 हजार उपभोक्ताओं का रजिस्ट्रेशन

जैसलमेर, 27 अप्रैल (हि.स.)। पीएम सूर्य घर फ्री बिजली योजना के तहत जिले में कुल 36 हजार बिजली उपभोक्ताओं ने सोलर प्लांट लगाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है। डिस्कॉम के अलावा ऊर्जा मंत्रालय से अनुबंध के तहत डाकघर को भी जिले में 25 हजार 140 रजिस्ट्रेशन करवाने का लक्ष्य मिला है। वहीं डिस्कॉम को 11 हजार रजिस्ट्रेशन करवाने का लक्ष्य मिला है।

अब तक डिस्कॉम के पोर्टल पर 2057 व डाकघर के पोर्टल पर 92 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। लेकिन आचार संहिता के चलते एक भी आवेदन को अप्रूव नहीं किया गया है। आचार संहिता की वजह से आवेदन अटके हुए है। सोलर प्लांट से बनने वाली बिजली का उपभोक्ता स्वयं उपयोग कर सकेगा और बची हुई बिजली डिस्कॉम को बेच भी सकेगा।

जेआर गर्ग, एसई, डिस्कॉम ने बताया कि योजना के तहत छत पर 1 से लेकर 10 किलोवाट तक का प्लांट लगा सकते है। योजना के तहत अब तक जिले के 2057 उपभोक्ताओं ने आवेदन किए है। आचार संहिता के कारण आवेदनों की जांच नहीं हुई है। आचार संहिता हटने के बाद आवेदनों की जांच होगी। भौतिक सत्यापन के बाद वेंडर से सोलर प्लांट लगवाए जाएंगे।

दीपक कुमार, अधीक्षक, डाक घर के अनुसार योजना के तहत ऊर्जा मंत्रालय ने डाक विभाग से अनुबंध किया है। जिले में अभी तक 92 उपभोक्ताओं ने रजिस्ट्रेशन करवाए है। आचार संहिता हटने के बाद पोस्टमैन द्वारा घर घर जाकर योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करवाएंगे। योजना के तहत घरेलू कनेक्शन के स्वीकृत लोड से अधिक किलोवाट के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे।

आवेदन के बाद जेईएन द्वारा जांच की जाएगी। जांच के दौरान ऐसे उपभोक्ता जिनके घर के बिजली कनेक्शन का स्वीकृत भार कम है और रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लिए ज्यादा भार का आवेदन किया है तो उनका आवेदन रिटर्न कर दिया जाएगा। अगर स्वीकृत लोड से अधिक किलोवाट का सोलर प्लांट लगाना चाहते है तो पहले घरेलू कनेक्शन का स्वीकृत भार बढ़ाना पड़ेगा। अभी तक एक भी आवेदन कर्ता का आवेदन अप्रूव व रिजेक्ट नहीं हुआ है।

अधिक से अधिक लोगों को इस योजना का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ऊर्जा मंत्रालय ने भारतीय डाकघर से भी अनुबंध किया है। डाकघर को जिले में 25 हजार 140 रजिस्ट्रेशन करवाने का लक्ष्य मिला है। इसके तहत पोस्टमैन घर घर जाकर मोबाइल एप के माध्यम से उपभोक्ताओं का रजिस्ट्रेशन करवाएंगे और आमजन को इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित करेंगे। डाक घर द्वारा अभी तक 92 उपभोक्ताओं के रजिस्ट्रेशन करवाए जा चुके है। आचार संहिता के चलते रजिस्ट्रेशन की कार्रवाई भी रुकी हुई है। एक किलोवाट का प्लांट प्रतिदिन करीब 4 यूनिट बिजली बनाता है। इस हिसाब से 3 किलोवाट का प्लांट प्रतिदिन 12 यूनिट तक बिजली बनाएगा। इससे प्रति माह 360 यूनिट बिजली बनेगी। यदि उपभोक्ता 200 यूनिट तक बिजली खर्च करता है तो बची हुई 160 यूनिट नेट मीटरिंग के माध्यम से डिस्कॉम को वापस चली जाएगी। जिसका डिस्कॉम प्रति यूनिट 2.71 रुपये देगा। इसका हिसाब नेट मीटरिंग के माध्यम से सालाना होगा।