जयपुर, 16 अप्रैल (हि.स.)। राज्य में दलहन-तिलहन (चना, सरसों) की खरीद के लिए कृषक पंजीयन की सीमा को दस प्रतिशत तक बढ़ाया गया है। इस निर्णय से चने, सरसों के लिए कुल 68386 किसानों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा। बढ़ी हुई पंजीयन सीमा का लाभ किसान 18 अप्रेल 2024 से प्राप्त कर सकेगें।
प्रबन्ध निदेशक राजफैड़ एवं रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां द्वारा अवगत कराया गया कि भारत सरकार द्वारा सरसों खरीद के लिए 14,61,028 मीट्रिक टन एवं चना खरीद के लिए 4,52,365 मीट्रिक टन के लक्ष्य स्वीकृत किये गये है। मंगलवार प्रातः तक राज्य में सरसों के 2 लाख 52 हजार 319 एवं चने के 33 हजार 282 कुल 2 लाख 85 हजार 601 पंजीयन हो चुके है। सरसों विक्रय के लिए 52547 को एवं चना विक्रय के लिए 13877 कुल 66424 किसानों को आवंटित की जाकर 20675 किसानों से लगभग 44665 मीट्रिक टन सरसों-चना राशि 252 करोड़ रुपये का क्रय किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा सरसों-चना का घोषित समर्थन मूल्य क्रमशः 5650 एवं 5440 का लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से किसान भाईयों से यह भी अनुरोध है कि वह संबंधित क्रय केन्द्र/ई-मित्र के माध्यम से आवश्यक दस्तावेज सहित यथा (गिरदावरी, बैंक पासबुक, जन-आधार कार्ड) पंजीयन शीघ्र करवायें ताकि उन्हें जिन्स तुलाई के लिए प्राथमिकता पर दिनांक आवंटित की जा सके। सभी कृषक बंधुओं से आग्रह किया जाता है कि फसल को सूखाकर अनुज्ञय मात्रा की नमी का साफ-सुथरा कर एफ.ए.क्यू. मापदण्डों के अनुरूप चना-सरसों तुलाई के लिए क्रय केन्द्रों पर लावें। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि किसानों की समस्या समाधान के लिये किसान हेल्पलाईन नम्बर 18001806001 भी स्थापित किया हुआ है जहां किसान सम्पर्क कर अपनी समस्या का निराकरण प्राप्त कर सकते है।