जबलपुर, 03 जुलाई (हि.स.)। शहर में होने वाली रीजनल इंडस्ट्रीज कांक्लेव की तैयारियां जोर-जोर से हो रही है। चूंकि यह आयोजन प्रदेश स्तर का है इसलिए प्रशासन ने इसकी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस कल्चरल एंड इनफॉरमेशन सेंटर में होने वाली यह रीजनल इंडस्ट्रीज कांक्लेव व्यापार की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस इनफार्मेशन सेंटर का निरीक्षण करने के लिए आज जिला प्रशासन के अधिकारी कलेक्टर दीपक सक्सेना के नेतृत्व में पहुंचे एवं वहां पर पर होने वाली तैयारीयों का जायजा लिया।
मीडिया से चर्चा करते हुए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया की इस रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव का आयोजन नेताजी सुभाष चंद्र बोस कल्चरल एंड इनफॉरमेशन सेंटर में होना है जिसकी सारी तैयारियां की जा रही है। इसमें बहुत सारे निवेशकों के आने की संभावना है। कुछ निवेशकों से संपर्क भी हो गया है इसमें आयोजन के महत्व को देखते हुए अधिक से अधिक निवेशकों का रजिस्ट्रेशन कराने कोड सहित लिंक भी जारी कर दिया गया है। जिन सेक्टर में लोगों को अभी आमंत्रित किया गया है उनमें डिफेंस, मिनरल्स, एग्रीकल्चर,टेक्सटाइल,एग्रो फूड सहित कई उद्योग शामिल हैं। साथ ही शहर के उन तमाम उद्योगों को बढ़ाने के लिए योजनाएं बन रही है जो कि अभी शहर में स्थापित है। बताया जा रहा है कि इस कॉन्क्लेव में देशभर की बड़ी-बड़ी ओधोगिक इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि भी शामिल होने आ रहे हैं जिसको देखते हुए स्थानीय स्तर पर जो वेंडर्स हैं उनके व्यवसाय रोजगार के लिए भी अवसर कैसे निकले इस बात पर फोकस किया जा रहा है।
इस अवसर पर एसपी आदित्य प्रताप सिंह सहित नगर निगम कमिश्नर प्रीति यादव, जिला पंचायत सीईओ जयति सिंह, एमआईडीसी की संचालक सृष्टि प्रजापति आदि अधिकारी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि इस कॉन्क्लेव में जबलपुर के अलावा संभाग में स्थापित कई ऐसे उद्योग एवं उद्योगपति हैं जिनकी संख्या हजारों में है उनकी सहभागिता होगी। बताया जाता है कि औद्योगिक विकास के लिए जबलपुर के परिक्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में जमीन मौजूद है।
यदि यहां पर यह रीजनल कॉन्क्लेव सफल होती है तो न केवल यह जबलपुर सहित बल्कि आसपास के क्षेत्र के लिए एवं प्रदेश के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। वैसे भी यह आयोजन स्टेट लेवल का होने के कारण इंडस्ट्रियल विकास की संभावना से भरा हुआ है। इस रीजनल कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री सुबह 9:00 बजे से रात्रि 8:30 बजे तक रहेंगे। यानी सूबे के मुखिया का 8 से 10 घंटे का महत्वपूर्ण समय इस कॉन्क्लेव में मिलेगा। मुख्यमंत्री से न केवल शहर के बल्कि बाहर से आये उधोगपति चर्चा कर अपनी बात रखेंगे।