जम्मू, 27 मई (हि.स.)। कश्मीर घाटी और पुंछ-राजौरी में हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में रिकॉर्ड मतदान भाजपा की छद्म सरकार के प्रति लोगों के असंतोष का स्पष्ट संकेत है। मतदाताओं का उत्साह पिछले एक दशक में लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में भाजपा की विफलता का सीधा जवाब है। यह बात जेकेएनसी जम्मू के प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता ने सोमवार को यहां जारी एक बयान में कही।
प्रांतीय अध्यक्ष ने उच्च मतदान प्रतिशत को जम्मू-कश्मीर में भाजपा के कुशासन के प्रति जनता के गुस्से और हताशा का एक मजबूत संकेत बताते हुए भाजपा को अपनी गहरी नींद से जागने के लिए कहा। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि चुनावों में लोगों की सक्रिय भागीदारी परिवर्तन की उनकी इच्छा और उनकी आवाज़ सुनने की आवश्यकता का प्रमाण है।
जम्मू और कश्मीर के लोग बेरोजगारी, अब तक की सबसे अधिक मुद्रास्फीति, बुनियादी सुविधाओं की कमी, विधानसभा चुनाव न होने आदि के कारण गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उनहोंने कहा कि उनके वोट वर्तमान प्रशासन की गैर-जिम्मेदारी और अलगाव के खिलाफ एक शक्तिशाली संकेत हैं। इन महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने में सरकार की अक्षमता ने सच्चे लोकतंत्र की बहाली के लिए लोगों की मांग को ही बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों ने भाजपा को 10 साल दिए हैं लेकिन भगवा पार्टी उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने में बुरी तरह विफल रही है जिसके परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में समग्र गिरावट आई है।
रतन लाल ने लोकतंत्र पर विरोधाभासी रुख के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने टिप्पणी की कि एक तरफ भाजपा सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी होने का दावा करती है लेकिन दूसरी तरफ वह हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में कश्मीर घाटी में अपने उम्मीदवार उतारने में विफल रही।
वरिष्ठ नेकां नेता ने विश्वास व्यक्त किया कि ऐतिहासिक मतदान आगामी लोकसभा चुनावों में इंडिया ब्लॉक के पक्ष में निर्णायक परिणाम देगा। उन्होंने कहा कि इस उल्लेखनीय मतदाता भागीदारी का परिणाम 4 जून को स्पष्ट होगा जब इंडिया ब्लॉक विजयी होगा। उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू और कश्मीर के लोगों की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।