RBI: आम लोग अपने UPI Lite में बैलेंस ऑटोफिल कर सकेंगे। अभी तक लोगों को हर बार पैसे ट्रांसफर करने पड़ते हैं। नए बदलाव के बाद UPI Lite में पैसा एक लिमिट से कम होने पर बैंक अकाउंट से अपने आप UPI Lite में ट्रांसफर हो जाएगा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज शुक्रवार 7 जून 2024 को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लाइट को ई-मैंडेट फ्रेमवर्क के ढांचे के साथ एकीकृत करने की घोषणा की है। यह घोषणा RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने की, जिन्होंने डिजिटल भुगतान करने की प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए इस एकीकरण की क्षमता पर जोर दिया।
RBI ने कहा- होंगे ये बदलाव
UPI लाइट सेवा वर्तमान में उपयोगकर्ताओं को अपने वॉलेट में ₹2,000 तक लोड करने और ₹500 तक का भुगतान करने में मदद करती है, लेकिन अब यह बदलने जा रहा है। प्रस्तावित एकीकरण के तहत, उपयोगकर्ताओं को अब अपने UPI लाइट वॉलेट के लिए ऑटो-रिप्लेनिशमेंट सुविधा का लाभ मिलेगा। इसका मतलब यह है कि अगर वॉलेट बैलेंस उपयोगकर्ता की निर्धारित सीमा से कम हो जाता है, तो पैसा अपने आप उनके बैंक खाते से स्थानांतरित हो जाएगा। इससे अतिरिक्त सत्यापन या प्री-डेबिट अधिसूचना की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी।
UPI लाइट से भुगतान आसान हो जाएगा
इस कदम के पीछे तर्क देते हुए आरबीआई ने यूपीआई लाइट ट्रांजैक्शन को पहले से बेहतर बनाने की जरूरत पर जोर दिया है। यूपीआई लाइट को ई-मैंडेट फ्रेमवर्क के दायरे में लाकर आरबीआई का लक्ष्य ग्राहकों के लिए परेशानी मुक्त डिजिटल भुगतान के साथ-साथ छोटे मूल्य के ट्रांजैक्शन सेवाओं को बेहतर बनाना है।