RBI रेपो रेट कटौती: 9 अप्रैल को ब्याज दरों में कटौती संभव, लोन होगा सस्ता?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 9 अप्रैल को लगातार दूसरी बार रेपो रेट में कटौती कर सकता है, जिससे आम आदमी को सस्ते लोन का फायदा मिलेगा। रॉयटर्स के एक सर्वे में यह संभावना जताई गई है कि इस साल अगस्त में एक और छोटी कटौती हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो यह RBI के इतिहास का सबसे छोटा रेट कट साइकल होगा।

क्यों बढ़ रही है रेपो रेट कटौती की संभावना?

  1. महंगाई दर में गिरावट – फरवरी में महंगाई घटकर 3.61% (7 महीने का निचला स्तर) पर पहुंच गई।

  2. GDP ग्रोथ में सुस्ती – FY26 में GDP ग्रोथ 6.4% रहने का अनुमान है, जो पिछले 4 साल में सबसे कम होगा।

  3. बाजार में नकदी प्रवाह बढ़ाने की जरूरत – बैंकों ने पहले ही ₹64,000 करोड़ की लिक्विडिटी बढ़ाई है।

अप्रैल में कितनी कटौती होगी?

  • रॉयटर्स पोल में 54 में से 60 अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि RBI रेपो रेट को 0.25% घटाकर 6% कर सकता है।

  • 1 अर्थशास्त्री को लगता है कि 0.5% की कटौती संभव है।

  • 5 अर्थशास्त्रियों का मानना है कि कोई बदलाव नहीं होगा।

  • इंडिया रेटिंग्स के अनुसार, FY26 में कुल 0.75% (75 बेसिस पॉइंट) की कटौती हो सकती है।

आम आदमी पर क्या असर होगा?

  1. लोन होंगे सस्ते – होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन पर ब्याज दरें घटेंगी, जिससे EMI कम होगी।

  2. बिजनेस को फायदा – छोटे उद्यमियों को सस्ते लोन मिलेंगे, जिससे निवेश और रोजगार बढ़ेगा।

  3. रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर में उछाल – सस्ते लोन से मकान और गाड़ियों की मांग बढ़ेगी।

  4. महंगाई नियंत्रण में रहेगी – आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी के साथ कीमतों में स्थिरता आ सकती है।

  5. बचत पर असर – FD और सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर घट सकती है, जिससे लोग शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड की ओर रुख कर सकते हैं।

क्या RBI आगे और कटौती करेगा?

  • HDFC बैंक की अर्थशास्त्री साक्षी गुप्ता के अनुसार, अगली कटौती जून या अगस्त में हो सकती है, लेकिन यह वैश्विक आर्थिक स्थितियों और US फेडरल रिजर्व के फैसलों पर निर्भर करेगा।

  • यस बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री इंद्रनील पान का कहना है कि बैंकिंग सेक्टर में लिक्विडिटी सकारात्मक होने पर ही रेट कट का पूरा फायदा मिलेगा।

अगर RBI ब्याज दरें घटाता है, तो आम जनता को लोन में राहत मिलेगी, लेकिन बचत पर रिटर्न कम होने की संभावना भी बनी रहेगी।