रतलामः जावरा के पास आंधी से शेड और पतरा गिरने से दो लोगों की मौत

रतलाम, 26 मई (हि.स.)। जिले के जावरा, ग्राम ढोढर, अरनिया पीथा, उपरवाड़ा, रीछा चांदा, कालूखेड़ा व असपास के गांवों में रविवार शाम को तेज आंधी के चलते कई पेड, शेड, विज्ञापन बोर्ड गिर गए तो कई दुकानों के बाहर लगे पतरे उतकर दूर जा गिरे। जावरा से करीब पांच किलोमीटर दूर ग्राम अरनिया पीथा में पतरा उड़कर लगने से फाइनेंस कंपनी में कार्यरत एक युवक को लग गया, वहीं ग्राम रीछा चांदा में खेत में बना शेड गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार जिले के कई गांवों में रविवार शाम को तेज हवा चलने लगी और बारिश होने लगी। कुछ ही देर में कई स्थानों पर धूलभरी आंधी चली और आंधी ने तबाही मचा दी। एक निजी फायनेंस कंपनी में कार्यरत नीलेश बैरागी निवासी शामगढ़ जिला मंदसौर अपने मित्र ओमप्रकाश के साथ बाइक पर जावरा होकर पशुपतिनाथजी के दर्शन करने मंदसौर जा रहा था। शाम चार से साढ़े चार बजे के बीच अरनिया पीथा में आंधी चलने पर एक पेट्रोल पंप के पास जाकर वह रूक गया। इसी बीच कहीं से पतरा उड़कर आया और नीलेश के सिर व गरदन पर लगा। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

वहीं ग्राम रीछा चांदा में स्थित एक खेत में शेड की चपेट में आने से मजदूरी 50 वर्षीय वेलजी डोडियार पुत्र दितिया डोडियार निवासी ग्राम खांदन (केलकच्छ) थाना बाजना की मौत हो गई। बताया जाता है कि वह खेत में बने शेड में रहता था। तेज आंधी से शेड धराशाही होकर उसके ऊपर जा गिरा। उधर, आलोट के अनादि कल्पेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित मेले में कई दुकानों के तंबू उखड़ गए और व्यापारियों को नुकसान हुआ। जावरा में दोपहर तीन बजे से बिजली गुल हो गई तो रात नौ बजे तक नहीं आई।

इंदौर में भी शाम को हुई तेज बारिश

इंदौर में भी रविवार को कई इलाकों में बारिश ने थोड़ी देर के लिए राहत दी, लेकिन देर शाम तक लोग उमस से परेशान होते रहे। दरअसल, रविवार सुबह से ही सूर्य देवता आग बरसाने लगे थे। सुबह 9 बजे पारा 32 डिग्री पहुंच गया था। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया। तेज धूप और गर्म हवाए शहर को गिरफ्त में लेने लगी। मौसम विभाग ने दिन का तापमान 43.3 डिग्री सेेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा था, लेकिन शाम चार बजे बाद धूप अचानक गायब हो गए और काले बादलों ने डेरा जमा लिया। फिर तेज हवा का दौर चला और फिर बारिश की बूंदे बरसने लगी।

नगर निगम ने गर्मी से वाहन चालकों को राहत देने के लिए शहर के कई मार्गों पर ग्रीन नेट लगवाई, लेकिन वे तेज हवाएं नहीं झेल पाई।एमआर-9 चौराहे पर लगी ग्रीन नेट गिर गई। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी होने लगी और चौराहे पर ट्रैफिक जाम हो गया। बाद में निगम के अमले ने नेट को हटवाया।