बजट सत्र के दौरान कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर दिए गए बयान पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि “पुअर लेडी, वह बहुत थकी हुई लग रही थीं, बड़ी मुश्किल से बोल पा रही थीं।”
इस बयान के बाद भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए माफी की मांग की, लेकिन इस बार परंपरा से हटकर राष्ट्रपति भवन ने भी सीधा जवाब दिया। राष्ट्रपति भवन ने सोनिया गांधी के बयान को मर्यादा के खिलाफ बताया और कहा कि “ऐसे खराब बयान से बचा जा सकता था, यह राष्ट्रपति भवन की गरिमा के खिलाफ है।”
सोनिया गांधी के बयान पर बीजेपी का तीखा पलटवार
बीजेपी ने सोनिया गांधी के इस बयान को आदिवासी समाज का अपमान करार दिया। पार्टी के कई नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए इसे राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला बयान बताया।
बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा:
“राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं। कांग्रेस को उनका सम्मान करना चाहिए था, लेकिन सोनिया गांधी का बयान न केवल उनका बल्कि पूरे आदिवासी समाज का अपमान है।”
पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला – “इन्हें आदिवासी बेटी का बोलना बोरिंग लगता है”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली के द्वारका में एक चुनावी रैली में कांग्रेस और सोनिया गांधी पर तीखा हमला बोला।
पीएम मोदी ने कहा:
“राष्ट्रपति मुर्मू ओडिशा के जंगलों में एक आदिवासी परिवार में जन्मी हैं। उनकी मातृभाषा हिंदी नहीं है, वह उड़िया बोलती हैं। इसके बावजूद उन्होंने हिंदी में अच्छे से अभिभाषण दिया और देश को प्रेरित किया। लेकिन सोनिया गांधी ने उन्हें ‘गरीब’ और ‘थकी हुई’ कहकर अपमानित किया।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा:
“इन्हें आदिवासी बेटी का बोलना बोरिंग लगता है। ये 10 करोड़ आदिवासी भाइयों-बहनों का अपमान है। कांग्रेस का शाही परिवार जमीन से उठकर आने वाले लोगों को बिल्कुल पसंद नहीं करता। गरीब, दलित, आदिवासी, ओबीसी समाज से जो भी आगे बढ़ता है, उसे कांग्रेस कदम-कदम पर अपमानित करती है।”
“भारत की उपलब्धियों को अपमानित करना कांग्रेस की आदत” – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में भारत की आर्थिक प्रगति, किसानों की समृद्धि, मेट्रो और रोड इंफ्रास्ट्रक्चर, खिलाड़ियों की उपलब्धियों की बात की। लेकिन कांग्रेस को यह सब बोरिंग लगा।
उन्होंने आगे कहा:
“कांग्रेस को गालियां देना, भारत को बदनाम करना और अर्बन नक्सलियों का समर्थन करना ज्यादा अच्छा लगता है। इनके बयानों से सावधान रहने की जरूरत है।”
क्या सोनिया गांधी माफी मांगेंगी?
बीजेपी और पीएम मोदी की कड़ी आलोचना के बावजूद सोनिया गांधी की ओर से अब तक कोई सफाई या माफी नहीं आई है। लेकिन इस बयान के चलते कांग्रेस पर जबरदस्त दबाव बन गया है।
अब देखना होगा कि क्या सोनिया गांधी अपने बयान पर सफाई देती हैं या कांग्रेस इस विवाद को अनदेखा करने की कोशिश करेगी।