हिसार, 6 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन (स्वतंत्र प्रभार) एवं संस्कृति मंत्रालय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह नेे कहा है कि हिसार एक ऐतिहासिक शहर है, जो सरस्वती नदी के किनारे पर बसे राखीगढ़ी, महाराजा अग्रसेन की ऐतिहासिक नगरी अग्रोहा तथा फिरोजशाह तुगलक द्वारा निर्मित गुजरी महल जैसी अनेक ऐतिहासिक इमारतें हैं। उन्होंने कहा कि संस्कृति व विरासत मंत्रालय के मंत्री होने के नाते उनका दायित्व बनता है कि हिसार की सभी सांस्कृतिक धरोहरों को विकसित करने के साथ-साथ अन्य विकास कार्यों में किसी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी।
राव इन्द्रजीत शनिवार को हिसार बार एसोसिएशन की ओर से उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। समारोह में केंद्रीय मंत्री ने बार एसोसिएशन के विकास कार्य के लिए अपने स्वैच्छिक कोष से 11 लाख की धनराशि देने की घोषणा की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गुरूग्राम के बाद हिसार जिला भौगोलिक एवं आर्थिक रूप से बहुत समृद्ध है, जिसमें विकास की अनगिनत व अपार संभावनाएं हैं। हिसार बार एसोसिएशन प्रदेश की बहुत पुरानी बार एसोसिएशन है। बार एसोसिएशन के वेलफेयर के लिए वे अपनी और से हर संभव योगदान आगे भी देते रहेंगे। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उन्होंने खुद भी अधिवक्ता के तौर पर कार्य किया है और अधिवक्ता के पेशे से भलीभांति परिचित हैं। उन्होंने सम्मान समारोह में पहुंचे सभी अतिथिगणों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों में देश प्रेम की भावना को जागृत करें और उन्हें देश सेवाओं में शामिल होने के लिए भी प्रेरित करें।
जिला बार एसोसिएशन के प्रधान विनय बिश्नोई ने केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त करने के साथ-साथ उम्मीद जताई कि भविष्य में उनकी तरफ से हिसार बार में इसी प्रकार सहयोग मिलता रहेगा। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि हिसार बार 150 सालों से भी पुरानी बार है। यहां के अधिवक्ताओं ने उच्च न्यायालय में न्यायाधीश जैसे महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं, साथ ही सांसद व विधायक जैसे पदों को भी सुशोभित किया है। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत को बार एसोसिएशन द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मंच संचालन सचिव गौरव बैनीवाल ने किया गया। इस अवसर पर जिला बार एसोसिएशन के उपप्रधान विनोद कस्वां, सह सचिव प्रवीण नैन, कोषाध्यक्ष दिकशेष जाखड़ सहित अधिवक्ता पीके संधीर, महेन्द्र सिंह नैन, पीसी मित्तल आदि काफी संख्या में अधिवक्तागण मौजूद थे। तत्पश्चात केन्द्रीय मंत्री ने हांसी व अन्य स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया।