Ramgarh crime : हत्यारे ने खुद बताया, क्यों किया उसने गार्ड का मर्डर वजह सुनकर हैरान रह जाएंगे

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News India Live, Digital Desk: हमारे समाज में आजकल छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना कितना आम हो गया है. हम अपना आपा इतनी जल्दी खो देते हैं कि यह भी नहीं सोचते कि इसका अंजाम क्या हो सकता है. एक ऐसी ही दिल को दहला देने वाली और सोचने पर मजबूर कर देने वाली घटना झारखंड के रामगढ़ में हुई, जहाँ पानी के मोटर को लेकर हुई मामूली कहासुनी ने एक हत्या का रूप ले लिया.

कहानी एक सिक्योरिटी गार्ड और एक किरायेदार की

मामला रामगढ़ के एक लॉज का है. 52 साल के नरेश महतो यहाँ सिक्योरिटी गार्ड का काम करते थे. सीधे-सादे इंसान थे, जो अपनी नौकरी करके परिवार का पेट पालते थे. इसी लॉज में मुकेश यादव नाम का एक शख्स किराये पर रहता था.

झगड़े की जड़: एक खराब पानी का मोटर

लॉज का पानी का मोटर कुछ दिनों से खराब था, जिस वजह से वहाँ रहने वाले सभी लोगों को पानी की दिक्कत हो रही थी. इसी बात को लेकर मुकेश की नरेश महतो से बहस हुई. मुकेश का कहना था कि नरेश मोटर ठीक नहीं करवा रहे, जबकि नरेश ने कहा कि उन्होंने मालिक को बता दिया है. यह एक ऐसी आम बहस थी जो हमारे-आपके घरों या मोहल्लों में अक्सर होती रहती है.

नशे ने बनाया इंसान को हैवान

मामला शायद खत्म भी हो जाता, लेकिन शाम को मुकेश शराब के नशे में धुत होकर लौटा. उसने गेट पर बैठे नरेश महतो से फिर से उसी बात पर झगड़ा शुरू कर दिया. नशे में इंसान की सोचने-समझने की शक्ति खत्म हो जाती है, और मुकेश के साथ भी यही हुआ.

बात इतनी बढ़ी कि उसने पास में रखी एक कुल्हाड़ी उठाई और नरेश महतो पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया. हमला इतना अचानक और घातक था कि नरेश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.

एक छोटी सी बात और एक उजड़ गया परिवार

हत्या के बाद मुकेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है. लेकिन सवाल यह है कि क्या उसे अपने किए पर सच में पछतावा है? एक खराब मोटर, थोड़ा सा गुस्सा और शराब का नशा... इन तीन चीजों ने मिलकर एक हँसते-खेलते परिवार को हमेशा के लिए उजाड़ दिया. यह घटना एक सबक है कि गुस्सा और नशा जब एक साथ मिल जाएं, तो वे इंसान को हैवान बना देते हैं.

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