अपने निजी काम लेकर सीएम के पास जाते थे राजेंद्र राणा : रणजीत राणा

हमीरपुर, 27 अप्रैल (हि.स.)। विधानसभा क्षेत्र सुजानपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी रणजीत राणा ने कहा कि राजेंद्र राणा जनता के नहीं बल्कि अपने काम लेकर मुख्यमंत्री के पास जाते थे। मंत्री बनने की लालशा में उन्होंने जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ किया है। बीते 15 महीने में उन्होंने हमीरपुर को पीछे धकेलने का कार्य किया। उनके द्वारा किए गए इस कार्य की वजह से जनता में भारी आक्रोश है। यह बात उन्होंने कांग्रेस का टिकट लेकर दिल्ली से लौटने के बाद कही।

उनका शनिवार को दिल्ली से लौटने के उपरांत जिला कांग्रेस तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तरफ से जगह- जगह स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक साधारण परिवार से संबंध रखने वाले हैं। वह दिन रात जनता के हित के बारे में सोचते हैं लेकिन कुछ लोगों ने अपने निजी स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए गलत कदम उठाए हैं।

कै. रणजीत राणा ने कहा कि पिछले 15 महीनों से हमीरपुर को पीछे धकेलने का कार्य किया गया है। पहले एक मुख्यमंत्री को पीछे धकेला तथा अब प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के प्रति भी वैसा ही रवैया अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बड़ी मुश्किल से हमीरपुर को मुख्यमंत्री मिला है। यह हमीरपुर को सौभाग्य है लेकिन कुछ लोगों को यह रास नहीं आ रहा। मंत्री बनने के चक्कर में मुख्यमंत्री के खिलाफ षडयंत्र चलने का प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सुजानपुर का विकास करवाने में राजेंद्र राणा असफल रहे हैं। वह क्षेत्र का विकास करवाने के लिए मुख्यमंत्री से नहीं मिले बल्कि अपने निजी स्वार्थ का सिद्ध करने के लिए जरूर जाते रहे। जब अपना स्वार्थ सिद्ध नहीं हुआ तो अन्य हथकंडे अपनाने में लगे हुए हैं। जनता उनको राजनीति को भलि भांति समझ गई है। उन्होंने कहा कि मुझे किसी पद की लालशा नहीं है। जनता के बीच एक सच्चा हितैषी बनकर जा रहा हूं। जनता का आशीर्वाद मिला तो अंतिम सांस तक सुजानपुर की जनता की सेवा में समर्पित रहूंगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जनता को दुख दर्द समझते हैं। आपदा के दौरान उन्होंने पूरे प्रदेश के साथ ही सुजानपुर का भी दौरा किया था। सुनिश्चित किया कि जो भी प्रभावित परिवार हैं उनकी यथासंभव मदद हो।

उन्होंने कहा कि जनता के बीच जाने के लिए उनके पास बहुत अधिक मुद्दे हैं। पिछले 15 महीने से जो उठापटक चल रही है, कभी आजाद, कभी बीजेपी, कभी कांग्रेस और फिर बीजेपी। इस तरह की राजनीति की जा रही है। कैप्टन रणजीत राणा ने कहा कि वह राजनीति करने के लिए जनता के बीच नहीं जा रहे बल्कि उनकी सेवा करने का अवसर प्राप्त करने के लिए जा रहे हैं।