Rajasthan Hospital Fraud : अगर आपके पास भी है RGHS कार्ड, तो यह ख़बर आपके होश उड़ा देगी, फ़ौरन चेक करें
News India Live, Digital Desk: Rajasthan Hospital Fraud : कल्पना कीजिए, आप अपने घर में आराम से बैठे हैं और आपको पता चले कि किसी अस्पताल ने आपके नाम पर मरीज़ की पर्ची काट दी है और सरकार से उसके पैसे भी ले लिए हैं। यह कोई मज़ाक नहीं, बल्कि राजस्थान में चल रहे एक बड़े घोटाले की हक़ीक़त है, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है यह पूरा 'गोलमाल'?
यह पूरा खेल राजस्थान सरकार की एक बहुत अच्छी योजना, RGHS (राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम) के इर्द-गिर्द रचा गया। यह योजना सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवारों को प्राइवेट अस्पतालों में भी कैशलेस इलाज की सुविधा देती है। लेकिन कुछ लालची अस्पतालों ने इस अच्छी योजना को अपनी काली कमाई का ज़रिया बना लिया।
कैसे हो रहा था यह फर्जीवाड़ा?
इन अस्पतालों का काम करने का तरीक़ा बेहद शातिराना था:
- कार्ड का जुगाड़: वे किसी न किसी तरह से सरकारी कर्मचारियों के RGHS कार्ड का नंबर और उनकी जानकारी हासिल कर लेते थे।
- काग़ज़ों में मरीज़: इसके बाद, वे उस कर्मचारी या उसके परिवार के किसी सदस्य के नाम पर अपने अस्पताल में एक OPD (बाह्य रोगी विभाग) की फ़र्ज़ी पर्ची काट देते थे। हक़ीक़त में वह व्यक्ति कभी अस्पताल आया ही नहीं होता था।
- सरकार से वसूली: फिर वे इस फ़र्ज़ी पर्ची को सरकार के पास भेजकर RGHS योजना के तहत डॉक्टर की फ़ीस और अन्य ख़र्चों का पैसा वसूल लेते थे।
सीधे शब्दों में कहें तो, बिना मरीज़ के इलाज का बिल बनाकर सरकार को लूटा जा रहा था। यह खेल इतने बड़े पैमाने पर चल रहा था कि सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाया जा रहा था।
कैसे फूटा इस घोटाले का भांडा?
जब सरकार ने RGHS के बिलों की जाँच-पड़ताल शुरू की, तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं। कुछ मामलों में तो एक ही दिन में एक ही परिवार के कई सदस्यों के नाम पर अलग-अलग अस्पतालों में पर्चियाँ कटी हुई मिलीं, जो कि लगभग असंभव है। कई कर्मचारियों ने भी शिकायत की कि उन्हें ऐसे इलाज के मैसेज आ रहे हैं, जो उन्होंने कभी करवाया ही नहीं।
सरकार अब कर रही है सख़्त कार्रवाई
इस बड़े फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है। ऐसे कई अस्पतालों को ब्लैकलिस्ट किया जा रहा है और उनके भुगतान पर रोक लगा दी गई है। पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है ताकि इस खेल में शामिल हर चेहरे को बेनक़ाब किया जा सके।
यह घटना सिर्फ़ पैसों की लूट नहीं है, बल्कि यह भरोसे का भी घोटाला है। यह उन ईमानदार टैक्सपेयर्स के पैसे की चोरी है, जो देश के विकास के लिए सरकार को टैक्स देते हैं।
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