भारी बारिश हिमाचल प्रदेश में: हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर आफत आ गई है. शिमला के रामपुर में ज्वालामुखी फटने से 30 मीटर लंबी सड़क पूरी तरह बह गई है. प्रशासन ने पूरे इलाके में बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है. शिमला के डीसी अनुपम कश्यप और एसपी संजीव गांधी ने घटना स्थल का दौरा किया है. नुकसान का पूरा ब्यौरा अभी सामने नहीं आया है। वहीं, शनिवार को चार जिलों शिमला, चंबा कांगड़ा और सिरमौर में बाढ़ का येलो अलर्ट घोषित किया गया है। हालांकि, येलो अलर्ट के बीच शुक्रवार को सिर्फ राजधानी शिमला में ही भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने 20 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.
27 जून को मानसून की शुरुआत से लेकर 3 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश को 662 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, बारिश से जुड़ी घटनाओं में 79 लोगों की मौत हो गई है.
विस्फोट से अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है
हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में 31 जुलाई को अचानक आई बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है. अधिकारियों ने बताया कि कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, शिमला के मंडी, पधर और रामपुर में अचानक आई बाढ़ में कम से कम 23 लोग अभी भी लापता हैं। शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया कि रामपुर के आसपास सुन्नी बांध और सतलुज नदी के किनारे से चार शव बरामद किए गए हैं. जिले में करीब 14 लोग अब भी लापता हैं.
उन्होंने बताया कि घटना स्थल से शुक्रवार को एक शव बरामद किया गया था जबकि पिछले छह दिनों में तीन शव बरामद किये गये हैं. रामपुर से बरामद 19 शवों में से 11 शवों की पहचान डीएनए के जरिए की गई है. एसपी ने बताया कि 9 शव मंडी के राजभान गांव से और चार शव कुल्लू के निरमंड/बागीपुल से बरामद हुए हैं.