रेल सफर होगा और भी सुहाना: 2025 के बजट में रेलवे को मिल सकते हैं बड़े तोहफे

Vande Bharat

अगर आप ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं, तो आपके लिए 2025 खुशखबरी लेकर आ रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को यूनियन बजट पेश करने जा रही हैं। इस बार रेलवे पर खासा फोकस रहने की उम्मीद है। सरकार न केवल रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाएगी, बल्कि यात्रियों के सफर को अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनाने पर भी जोर देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले 11 वर्षों में रेलवे को प्राथमिकता दी है, और यह रुझान आने वाले वर्षों में भी जारी रहने की संभावना है।

यात्री सुविधाओं में सुधार पर जोर

मॉडर्न रेलवे स्टेशन और तेज गति की ट्रेनें

  • केंद्र सरकार देशभर के रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण कर रही है।
  • वंदे भारत और तेजस जैसी आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत से यात्रा के समय में कमी आई है।
  • पूरे नेटवर्क में एलएचबी (Linke Hofmann Busch) कोच के उपयोग को प्राथमिकता दी जा रही है।
  • रेलवे कोच फैक्ट्रियों में अब केवल एलएचबी कोचों का उत्पादन किया जा रहा है, जो अधिक सुरक्षित और आरामदायक हैं।

यात्रा का अनुभव बेहतर बनाने की कोशिश

रेलवे का लक्ष्य यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना और ट्रेन यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाना है। इसके लिए नए मॉडर्न कोच, डिजिटल टिकटिंग और बेहतर कैटरिंग सेवाओं पर काम किया जा रहा है।

रेलवे सुरक्षा में नई तकनीक: कवच सिस्टम

कवच: घरेलू तकनीक आधारित सुरक्षा प्रणाली

  • कवच एक ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम है, जिसे भारत में ही विकसित किया गया है।
  • इसका उद्देश्य रेल हादसों की आशंका को न्यूनतम करना है।
  • यह तकनीक ट्रेन की गति को नियंत्रित करती है और संभावित टकराव से बचाने में मदद करती है।

अभी तक कहां लागू हुआ है?

  • दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई जैसे व्यस्ततम रूट्स पर इसे लागू किया जा रहा है।
  • आने वाले वर्षों में इसे पूरे नेटवर्क में चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना है।

वित्त मंत्री का निर्देश

सूत्रों के अनुसार, निर्मला सीतारमण ने रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को इस सिस्टम को जल्द से जल्द लागू करने का निर्देश दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम रेलवे सुरक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला सकता है।

बजट 2025 से रेलवे के लिए उम्मीदें

इलेक्ट्रिफिकेशन और नई रेल लाइनें

  • रेलवे का फोकस न केवल नई रेल लाइनों को बिछाने पर है, बल्कि मौजूदा लाइनों के इलेक्ट्रिफिकेशन को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
  • यह कदम यात्रा को अधिक पर्यावरण-अनुकूल और तेज बनाने में मदद करेगा।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें

  • सरकार वंदे भारत ट्रेनों के स्लीपर वर्जन को नए रूट्स पर चलाने की योजना बना रही है।
  • इन ट्रेनों के लिए विशेष कोच तैयार किए जा रहे हैं, जो यात्रा को और अधिक आरामदायक बनाएंगे।

आवंटन में वृद्धि की संभावना

  • बजट 2024 में रेलवे को बड़े ऐलान नहीं मिले थे, लेकिन इस बार अधिक आवंटन और नई योजनाओं की घोषणा की संभावना है।
  • रेलवे को मिलने वाला अतिरिक्त फंड इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और सुरक्षा तकनीकों में मदद करेगा।

वंदे भारत: रेलवे का चेहरा बदलने की तैयारी

40,000 कोचों का आधुनिकीकरण

  • सरकार ने सामान्य ट्रेन कोचों की जगह वंदे भारत कोच लाने का निर्देश दिया है।
  • इन कोचों में यात्रियों की सुरक्षा, आराम और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा।

स्लीपर कोच का उत्पादन

  • रेल कोच फैक्ट्रियों में वंदे भारत स्लीपर कोचों का उत्पादन तेज गति से जारी है।
  • नए रूट्स पर इन ट्रेनों की शुरुआत से यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।

रेलवे पर मोदी सरकार का फोकस

इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार

  • रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण से यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिल रही हैं।
  • वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत से भारतीय रेलवे का वैश्विक स्तर पर कद बढ़ा है।

पर्यावरण के प्रति जागरूकता

  • रेलवे का तेजी से इलेक्ट्रिफिकेशन और ग्रीन एनर्जी का उपयोग पर्यावरण संरक्षण में बड़ा कदम है।
  • सरकार ने डीजल इंजन की जगह इलेक्ट्रिक इंजनों का उपयोग बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।