वर्ष 2025 में राहु-केतु का गोचर कई राशियों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव और सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। मुख्य रूप से मिथुन, मकर, और धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर बेहद शुभ और लाभकारी साबित हो सकता है। राहु और केतु ग्रह हर 18 महीने में अपनी स्थिति बदलते हैं, और 2025 में यह परिवर्तन 18 मई को शाम 4:30 बजे होगा।
इस गोचर में:
- राहु मीन राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा।
- केतु कन्या राशि से सिंह राशि में प्रवेश करेगा।
यह गोचर अगले 18 महीने तक विभिन्न राशियों के जीवन को प्रभावित करेगा। आइए जानते हैं किन राशियों को राहु-केतु के गोचर से लाभ मिलेगा और वे इसका कैसे फायदा उठा सकते हैं।
1. मिथुन राशि (21 मई – 20 जून)
गोचर का प्रभाव:
- राहु आपके नवम भाव (भाग्य और धर्म का स्थान) में रहेगा।
- केतु आपके तीसरे भाव (साहस और पराक्रम का स्थान) में रहेगा।
लाभ:
- भाग्य का साथ मिलेगा: आपकी किस्मत आपका पूरा साथ देगी। जो कार्य लंबे समय से अटके थे, वे पूरे होंगे।
- करियर में तरक्की: नौकरी में प्रमोशन और व्यवसाय में विस्तार की संभावना है।
- नए आय स्रोत: आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और नए आय के साधन विकसित होंगे।
- बेरोजगार युवाओं को नौकरी: जो लोग नौकरी की तलाश में हैं, उन्हें अच्छी नौकरी मिलने की संभावना है।
- पारिवारिक सुख: घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी और रिश्तों में मधुरता आएगी।
- यात्रा के योग: तीर्थ यात्रा और विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं।
- प्रॉपर्टी में निवेश: वाहन या संपत्ति खरीदने के लिए यह समय अनुकूल है।
सुझाव:
- धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लें और भगवान गणेश की पूजा करें।
- अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।
2. मकर राशि (22 दिसंबर – 19 जनवरी)
गोचर का प्रभाव:
- राहु आपके तीसरे भाव (साहस, पराक्रम, और छोटे भाई-बहन का स्थान) में रहेगा।
- केतु आपके अष्टम भाव (गुप्त धन, जोखिम, और आध्यात्म का स्थान) में रहेगा।
लाभ:
- आर्थिक स्थिति में सुधार: व्यापार में बड़ा मुनाफा और नौकरी में प्रमोशन के योग हैं।
- पुरानी आर्थिक समस्याएं दूर: जो आर्थिक परेशानियां लंबे समय से बनी हुई थीं, वे खत्म होंगी।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: आपका मनोबल बढ़ेगा और आप साहसिक फैसले ले पाएंगे।
- स्वास्थ्य में सुधार: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होगा।
- धार्मिक रुचि: पूजा-पाठ और धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
सुझाव:
- नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- जरूरतमंदों की मदद करें और दान करें।
3. धनु राशि (22 नवंबर – 21 दिसंबर)
गोचर का प्रभाव:
- राहु आपके तीसरे भाव (साहस, पराक्रम, और यात्रा का स्थान) में रहेगा।
- केतु आपके नवम भाव (भाग्य और धर्म का स्थान) में रहेगा।
लाभ:
- हर कार्य में सफलता: आपके सभी कार्य सफल होंगे और समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा।
- सहयोगियों का समर्थन: करियर में सहकर्मियों से पूरा सहयोग मिलेगा।
- व्यवसाय में उन्नति: व्यापार में विस्तार और आर्थिक मजबूती के योग हैं।
- पारिवारिक सुख: परिवार में एकता और शांति बनी रहेगी।
- धार्मिक कार्य: आपकी धार्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ेगी और आप आध्यात्मिक मार्ग की ओर अग्रसर होंगे।
सुझाव:
- शिवलिंग पर जल अर्पित करें और भगवान शिव की पूजा करें।
- यात्रा के दौरान सावधानी बरतें।
राहु-केतु के गोचर के सामान्य उपाय
- राहु के लिए:
- सरसों के तेल का दान करें।
- शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें।
- राहु मंत्र “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” का जाप करें।
- केतु के लिए:
- सफेद तिल या चंदन का दान करें।
- गणेश जी की पूजा करें और गणेश स्तोत्र का पाठ करें।
- केतु मंत्र “ॐ कें केतवे नमः” का जाप करें।