रायबरेली-प्रयागराज हाईवे 106KM का हो रहा चौड़ीकरण; इन जिलों को होगा फायदा

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एनएचएआई के चेयरमैन संतोष यादव ने रायबरेली-प्रयागराज हाईवे फोरलेन के काम में हो रही देरी पर असंतोष जताया। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट का काम दिसंबर तक हर हाल में पूरा होना चाहिए। इस हाईवे के चौड़ीकरण का काम 1636 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इसके तहत 106 किलोमीटर सड़क को चौड़ा किया जा रहा है।

चेयरमैन ने बुधवार को प्रदेश के प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात और प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी अजय चौहान के साथ मेला प्राधिकरण के सभागार में एनएचएआई के कार्यों की समीक्षा की। एनएचएआई की अहम परियोजनाओं में रायबरेली-प्रयागराज हाईवे भी शामिल है। प्रयागराज-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रायबरेली से लखनऊ तक 82 किमी पहले से ही फोरलेन है, जबकि रायबरेली से प्रयागराज तक सिर्फ टू लेन थी।

प्रयागराज से रायबरेली तक जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार और आनापुर में कुल 24.14 किलोमीटर बाईपास और सई नदी पर पुल बनाया जा रहा है। नवाबगंज से मलाक हरहर तक भारी ट्रैफिक के चलते करीब 8.5 किलोमीटर तक हाईवे को सिक्स लेन बनाया जा रहा है। लाल गोपालगंज से नवाबगंज तक 18 किलोमीटर तक फोर लेन का निर्माण होगा। इस हाईवे से लखनऊ के साथ ही बरेली, मुरादाबाद और उत्तराखंड के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी।
चेयरमैन ने समीक्षा की

चेयरमैन ने रिंग रोड और गंगा पर बन रहे छह लेन पुल से जुड़े सभी कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने तीनों परियोजनाओं के परियोजना निदेशकों से कार्यों में सामग्री, मैनपावर और फंड से जुड़ी समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की, उनके साप्ताहिक माइक्रो प्लान के लक्ष्य को समझा। तीनों परियोजनाओं में जहां भी सामग्री या मैनपावर से जुड़ी समस्याएं सामने आईं, उन्हें दूर किया गया।

उन्होंने एनएचएआई के अन्य शहरों से संसाधन एवं मैनपावर मंगाकर कार्यों में अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी परियोजना निदेशकों को प्रतिदिन कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे स्वयं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे।

उन्होंने महाकुंभ से संबंधित एनएचएआई की सभी सड़कों पर संचालन एवं रखरखाव के लिए विशेष व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर छोटे-मोटे मरम्मत कार्य तत्काल किए जा सकें। उन्होंने इस कार्य के मद्देनजर प्रत्येक संचालन एवं रखरखाव एजेंसी को एक विशेष टीम लीडर नियुक्त करने को कहा।

राजमार्गों पर एम्बुलेंस तैनात की जानी चाहिए, अस्पतालों का मानचित्रण किया जाना चाहिए

चेयरमैन ने कहा कि महाकुंभ से संबंधित एनएचएआई की सभी सड़कों पर बीएलएस और एएलएस (एडवांस लाइफ सपोर्ट) एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए। उन सड़कों के आसपास स्थित सभी अस्पतालों की मैपिंग करने और आपातकालीन स्थिति में नजदीकी अस्पताल तक पहुंचने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। सभी सड़कों पर घटना वाहन तैनात करने के निर्देश दिए गए।

सभी सड़कों पर अग्रिम यातायात प्रबंधन प्रणाली, डिवाइडरों पर पेंटिंग, फॉग रिफ्लेक्टर तथा पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए। सभी क्षेत्रीय अधिकारी एवं परियोजना निदेशक अपने सुरक्षा सलाहकारों से बात कर सड़कवार सुरक्षा योजना तैयार कर प्रस्तुत करें।

प्रमुख सचिव नगरीय विकास ने आईआरसी दिशा-निर्देशों के अनुपालन में एनएचएआई की सभी सड़कों पर आवश्यक प्रारूप में बहुभाषी साइन बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए। प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग ने सभी कार्यों की निगरानी के लिए नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित करने को कहा तथा संभागीय आयुक्त ने एनएचएआई के अधिकारियों को सभी संबंधित जिलों के अधिकारियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर कार्य करने को कहा।