भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच बनने के बाद गौतम गंभीर का अब तक का कार्यकाल निराशाजनक साबित हुआ है। उनके नेतृत्व में भारत ने श्रीलंका दौरे पर वनडे सीरीज गंवाई, न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली बार 0-3 से क्लीन स्वीप झेला, और हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 1-3 से गंवा दी। इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गंभीर की रणनीतियों और फैसलों पर हर ओर से सवाल उठ रहे हैं।
मोहम्मद कैफ की आलोचना: रणनीति में कमी
भारत के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ, जिन्होंने गंभीर के साथ क्रिकेट खेला है, ने उनकी कोचिंग को लेकर खुलकर आलोचना की।
कैफ ने कहा:
“सबसे अच्छा कोच वह होता है जो रणनीति के मामले में बेहतर हो। उसे यह पता होना चाहिए कि परिस्थितियों के हिसाब से सही प्लेइंग इलेवन कैसे चुननी है। ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ सही संयोजन उतारना कोच की जिम्मेदारी है।”
कैफ ने यह भी जोड़ा कि विराट कोहली की तकनीकी समस्याओं को सुलझाना अभी गंभीर के लिए संभव नहीं है क्योंकि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला है। उन्होंने कहा:
“गंभीर को इस स्तर तक पहुंचने के लिए और समय चाहिए। लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि वह रणनीति के मामले में अपने खेल के शीर्ष पर नहीं हैं। वह इस क्षेत्र में पिछड़ रहे हैं।”
प्लेइंग XI के चयन में गंभीर की चूक
कैफ ने गंभीर के प्लेइंग XI के चयन को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन दोनों को बाहर रखकर की, जो एक बड़ी गलती थी।
“जडेजा जैसे ऑलराउंडर और अश्विन जैसे दिग्गज को पहले टेस्ट में शामिल न करना समझ से परे है। ये ऐसे खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं, और उन्हें बाहर रखना टीम की रणनीति में बड़ी चूक को दर्शाता है।”
कैफ ने यह भी बताया कि अश्विन को पहले टेस्ट में नहीं खिलाना एक टैक्टिकल गलती थी, भले ही भारत वह मैच जसप्रीत बुमराह के प्रदर्शन के कारण जीत सका।
गंभीर को क्यों दी गई सलाह?
कैफ ने गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र करते हुए कहा कि वह टीम की गलतियों पर स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। उन्होंने कहा:
“सैमसन और कोहली के बीच जो भी हुआ, वह अलग मुद्दा है। असली मुद्दा यह है कि आपने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में तीन टेस्ट कैसे गंवाए? और ऑस्ट्रेलिया में 19 खिलाड़ियों की टीम के साथ पहुंचने के बावजूद, पहले टेस्ट में जडेजा को क्यों नहीं खिलाया? अश्विन जैसे खिलाड़ी बाहर क्यों थे?”
कैफ ने सुझाव दिया कि गंभीर को इन गलतियों का स्पष्टीकरण देना चाहिए और भविष्य में ऐसी चूक से बचने के लिए अपनी रणनीति पर काम करना होगा।
क्या गंभीर को और समय चाहिए?
गौतम गंभीर ने अपने खेल के दिनों में आक्रामक और स्मार्ट रणनीतियों के लिए पहचान बनाई थी। लेकिन कोच के रूप में अब तक उनका प्रदर्शन उस स्तर का नहीं रहा है।
- श्रीलंका, न्यूजीलैंड, और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार सीरीज हारने से उनकी कोचिंग पर सवाल खड़े हुए हैं।
- उनकी रणनीति और प्लेइंग XI के चयन को लेकर आलोचनाएं हो रही हैं।