जयपुर, 16 मई (हि.स.)। कृषि आदानों उर्वरक, बीज एवं कीटनाशी की उपलब्धता एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कृषि आयुक्तालय द्वारा सभी जिला एवं खण्डीय कृषि अधिकारियों को विभिन्न कृषि आदान निर्माता, विपणनकर्ता, डीलर और खुर्दरा व्यवसायियों द्वारा की जा रही अनियमितताओं के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। कृषि अधिकारियों को दुकानों पर बिना प्राधिकार पत्र या विनिर्माण प्रमाण पत्र के उर्वरकों की कालाबाजारी, बिल बुक एवं स्टॉक रजिस्टर निर्धारित प्रारूप में संधारित नही करना, अप्रमाणित स्टॉक रजिस्टर उपयोग में लेना व अन्य कई प्रकार की अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
आयुक्त कृषि कन्हैया लाल स्वामी ने बताया कि खरीफ सीजन शुरू होने वाला है। अतः किसानों को उच्च गुणवत्ता युक्त कृषि आदान उपलब्ध कराने के लिए समस्त कृषि अधिकारियों को अपने क्षेत्राधिकार में उर्वरकों की उच्च गुणवत्ता एवं उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए है। इस बाबत राज्य में खरीफ मौसम पूर्व डेढ माह का सघन गुण नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है जो कि 30 जून तक चलेगा। निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाये जाने पर नियमों, अधिनियमों व गुण नियंत्रण आदेशों द्वारा प्रदत्त प्रावधानों के तहत बिक्री पर रोक, जब्ती, लाइसेन्स निलम्बन या निरस्तीकरण जैसी कार्यवाही की जायेगी। सभी जिलों में प्रतिवर्ष खरीफ व रबी मौसम से पूर्व किसानों को गुणवत्तायुक्त कृषि आदानों की उपलब्धता के लिए माह मई-जून एवं सितम्बर-अक्टूबर में विशेष गुण नियंत्रण अभियान संचालित किए जाते है।