सुपरस्टार अल्लू अर्जुन, जो आगामी फिल्म “पुष्पा 2” के लिए चर्चा में हैं, को हैदराबाद की नामपल्ली कोर्ट से संध्या थिएटर भगदड़ मामले में जमानत मिल गई है। इस मामले ने फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ उनके फैंस के बीच भी हलचल मचा दी थी।
मामले की पृष्ठभूमि
13 दिसंबर को संध्या थिएटर में भगदड़ मचने से एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। यह हादसा फिल्म “पुष्पा 2” के प्रीमियर के दौरान हुआ, जहां अल्लू अर्जुन को देखने के लिए भारी संख्या में फैंस जुटे थे। इसी दौरान स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और भगदड़ में यह दुखद घटना हो गई।
घटना के बाद, पुलिस ने अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम, और थिएटर मैनेजमेंट के खिलाफ मामला दर्ज किया। 14 दिसंबर को हाई कोर्ट ने उन्हें चार हफ्ते की अंतरिम जमानत दी थी, जिसके बाद वे जेल से रिहा हुए।
फैंस की दीवानगी और सुरक्षा चूक
पुष्पा 2 के प्रीमियर शो ने फैंस में जबरदस्त उत्साह पैदा किया। हालांकि, थिएटर प्रबंधन और सुरक्षा टीम फैंस की भीड़ को संभालने में नाकाम रही। इस हादसे ने सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया और फिल्म स्टार की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए।
बच्चे के पिता का बयान और मदद
पीड़ित महिला के बेटे का इलाज अब भी चल रहा है। 24 दिसंबर को बच्चे के पिता ने बताया कि उनके बेटे की हालत में थोड़ा सुधार हुआ है। उन्होंने अल्लू अर्जुन और तेलंगाना सरकार द्वारा किए गए समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
- अल्लू अर्जुन ने पीड़ित परिवार को ₹1 करोड़ की मदद दी।
- फिल्म के प्रोड्यूसर और डायरेक्टर ने ₹50-50 लाख का योगदान दिया।
- अल्लू अर्जुन के पिता अल्लू अरविंद ने अतिरिक्त ₹2 करोड़ की सहायता का ऐलान किया।
अल्लू अर्जुन का बयान
जेल से रिहा होने के बाद अल्लू अर्जुन ने कहा,
“जो भी हुआ, उससे मैं बहुत दुखी हूं। ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी। मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं और पूरी तरह से जांच में सहयोग करूंगा। इस हादसे में जान गंवाने वाले परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।”
आगे की कार्रवाई
इस घटना ने फिल्म इंडस्ट्री और थिएटर प्रबंधन को सुरक्षा व्यवस्था पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। अदालत की ओर से मामले की जांच जारी है, और अल्लू अर्जुन के प्रति फैंस का समर्थन बरकरार है।
यह हादसा एक सबक है कि स्टारडम की दीवानगी को नियंत्रित करना कितना जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।