गुवाहाटी, 10 जून (हि.स.)। ट्रेनों के सुरक्षित आवागमन पर मुख्यतः जोर देते हुए पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे), रेल मार्ग में हॉट एक्सल विफलताओं का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके लिए, स्टेशनों के प्लेटफॉर्म साइड के अंत में रणनीतिक रूप से हॉट बॉक्स डिटेक्टर्स (एचबीडी) स्थापित किए जाते हैं, जहां ट्रेनों के प्रवेश और निकास परीक्षण होते हैं। ये सेंसर आधारित एचबीडी चलती ट्रेनों में हॉट एक्सल की घटनाओं का पता लगाकर निवारक उपाय करने के लिए रेल कर्मचारियों को सर्तक करेंगे। कोचों और वैगनों के पहियों की निरंतर गतिशीलता के कारण कभी-कभार बॉल बीयरिंग विफल हो जाती है, जिससे एक्सल के तापमान में वृद्धि हो जाती है। इसे ही हॉट एक्सल के रूप में जाना जाता है। हॉट एक्सल के कई कारण हैं, जिसमें ओवरलोडिंग, बीयरिंग की दोषपूर्ण स्थिति और अन्य शामिल हैं।
पूसीरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने आज बताया है कि सेंसर आधारित एचबीडी द्वारा मालगाड़ियों में हॉट एक्सल का मामला वर्ष 2020-21 के दौरान 07, 2021-22 के दौरान 09, 2022-23 के दौरान 14 तथा 2023-24 के दौरान एक मामला पाया गया।
पूसीरे के कुछ महत्वपूर्ण स्टेशनों पर 16 हॉट बॉक्स डिटेक्टर्स लगाए गए हैं। इन स्टेशनों में कामाख्या (02), गुवाहाटी (04), न्यू बंगाईगांव (01), रंगापाड़ा नार्थ (01), न्यू जलपाईगुड़ी (04) और कटिहार (04) शामिल हैं।
चूंकि हॉट एक्सल रेल संरक्षा में एक प्रमुख संबंधित विषय है, इसलिए पूसीरे संरक्षा के अलावा ट्रेन परिचालन में समयपालन के नुकसान को रोकने के लिए संरक्षा मानकों पर अंतर विभागीय समन्वय और रेल कर्मचारियों को परामर्श देने सहित ठोस उपाय कर रही है।