पंजाब को फिर से विकास का मार्ग प्रशस्त करने के लिए बड़े कदम उठाने की जरूरत

जालंधर: पंजाब प्रेस क्लब द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के संदर्भ में एक विशेष सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पंजाब के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की गई और सामाजिक सरोकारों से संबंधित गीत भी प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खालसा कॉलेज अमृतसर के प्रिंसिपल डॉ. महल सिंह ने कहा कि पंजाब इस समय बहुमुखी समस्याओं से जूझ रहा है। इसे फिर से विकास और समृद्धि के रास्ते पर लाने के लिए बड़े कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने पंजाब के ज्वलंत मुद्दों की ओर इशारा करते हुए कहा कि यहां लंबे समय से कृषि संकट बना हुआ है. इसके चलते किसान आंदोलन की राह पर हैं और कर्ज के जाल में फंसकर आत्महत्या भी कर रहे हैं।

पंजाब की खेती को पटरी पर लाने के लिए किसानों को फसलों का लाभकारी मूल्य भी मिलना चाहिए। इस अवसर पर पंजाब प्रेस क्लब का समर्थन करने वाली शख्सियतों में रमेश मित्तल चेयरमैन लवली ग्रुप, चरणजीत सिंह चन्नी चेयरमैन सिटी ग्रुप, डाॅ. महल सिंह प्रिंसिपल खालसा कॉलेज अमृतसर, ज्ञान सिंह (जर्मनी), सुखदेव सिंह जोसन (जर्मनी) और उनकी पत्नी इवोन को प्रेस क्लब के अध्यक्ष सतनाम सिंह मानक, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश थापा और सचिव मेहर मलिक द्वारा विशेष रूप से सम्मानित किया गया। रमेश मित्तल का सम्मान उनके भाई नरेश मित्तल ने स्वीकार किया। इसके बाद गुरजीत मल्ली एवं उनके साथियों द्वारा सांस्कृतिक एवं सामाजिक सरोकारों से जुड़े गीत प्रस्तुत किये गये। रमनदीप कौर ने स्टेज सचिव की सेवाएं बखूबी निभाईं।

प्रसिद्ध कथाकार वरयाम सिंह संधू, पंजाब कला परिषद के सचिव डाॅ. लखविंदर सिंह जौहल, लोक मंच पंजाब के अध्यक्ष सुरिंदर सिंह सुन्नर, अमरजोत सिंह (सरबत दा भला ट्रस्ट), वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप सिंह बेदी, देश भगत मेमोरियल हॉल कमेटी के महासचिव पृथीपाल सिंह मादीमेघा, सांस्कृतिक विंग के सचिव अमोलक सिंह, प्रसिद्ध पर्यावरणविद् विजय बोम्बेली, सिमर सदोष, नवजोत कौर, रणजीत सिंह, प्रो. तजिंदर विरली, राजिंदर मंड, जगजीत डोगरा, परमजीत सिंह विरक, हरजिंदर सिंह मल्ही, हरीश कुमार, बाबू तरसेम सिंह जर्मनी, कुलजीत कौर घोतरा जर्मनी और महेंदर सिंह सिंधी फार्म सहित अन्य महत्वपूर्ण हस्तियां उपस्थित थीं।